अमरावती

सुपर स्पेशालिटी में हुआ 18 वां किडनी प्रत्यारोपण

मां ने 24 वर्षीय बेटे को किडनी देकर दिया जीवनदान

अमरावती/दि.15 – स्थानीय विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल यानि सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल में विगत दिनों एक बार फिर किडनी प्रत्यारोपण की शल्यक्रिया सफलतापूर्वक की गई. जिसमें संगीता उज्वल राउल (47) नामक मां ने अपने 24 वर्षीय बेटे सुप्रभ उज्वल राउल को अपनी एक किडनी देकर उसे एक तरह से पुनर्जन्म दिया. विशेष उल्लेखनीय है कि, सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण की यह 18 वीं सफल शल्यक्रिया रही.
जानकारी के मुताबिक स्थानीय दहीसाथ चौक परिसर में रहने वाला सुप्रभ राउल विगत 4-5 वर्षों से किडनी की समस्या से जुझ रहा था और शहर के ख्यातनाम नेफ्रालॉजिस्ट डॉ. निखिल बडनेरकर के यहां इलाज कराने के साथ ही डायलिसिस ले रहा था. सुप्रभ के परिवार की आर्थिक स्थिति काफी हद तक डामाडोल थी. ऐसे में उसके नजदीकी रिश्तेदारों व मित्रों सहित कुछ एन्जियों ने उसे किडनी प्रत्यारोपण व किडनी डायलिसिस के लिए सहायता प्रदान की. सुप्रभ की जिंदगी को बचाने हेतु उसकी किडनी ट्रान्सप्लाँट शल्यक्रिया करना बेहद जरुरी था. ऐसे में सुप्रभ की मां संगीता राउल ने अपने बेटे को अपनी एक किडनी देने का निर्णय लिया. जिसके पश्चात तमाम आवश्यक वैद्यकीय जांच करते हुए सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. अमोल नरोडे व विशेष कार्य अधिकारी डॉ. नीलेश बाचबुद्धे के मार्गदर्शन में युरोसर्जन डॉ. राहुल पोटोडे, डॉ. विक्रम देशमुख, डॉ. विशाल बाहेकर, डॉ. राहुल घुले, डॉ. प्रतिक खिरडे व डॉ. सुधीर धांडे ने इस शल्यक्रिया को सफलतापूर्वक पूर्ण किया. शल्यक्रिया के दौरान डॉ. जफर अली डॉ. प्रणित घोनमोडे, डॉ. राजेंद्र नेवाडे, डॉ. रोहित हाथगावकर, डॉ. बालकृष्ण बागवाले व डॉ. नंदीनी देशपांडे ने एनेस्थेसिस्ट के तौर पर जिम्मा संभाला. साथ ही इस समय नेफ्रॉलॉजिस्ट डॉ. निखिल बडनेरकर व डॉ. प्रणित काकडे भी उपस्थित थे.
किडनी प्रत्यारोपण की पूर्व तैयारी, मरीज व रिश्तेदारों का समूपदेशन, वैद्यकीय रिपोर्ट, कानूनी प्रक्रिया हेतु दस्तावेज पूर्ण करते हुए पूरा प्रस्ताव राज्य प्राधिकरण समिति के पास अनुमति हेतु भेजने आदि कामों का जिम्मा किडनी ट्रान्सप्लाँट कोऑडिनेटर डॉ. सोनाली चौधरी व समाजसेवा अधीक्षक सतीश वडनेरकर ने संभाला. साथ ही शल्यक्रिया गृह विभाग व अतिदक्षता विभाग में मेट्रन चंदा खोडके व असिस्टंट मेट्रन माला सुरपाम के मार्गदर्शन में इंजार्च सिस्टर अनिता मडके, सरला राउत, स्टाफ संगीता आस्टिकर, दुर्गा घोडिले, माला अगमे, नीलिमा तायडे, नीता कांडलकर, तेजस्विनी वानखडे, अभिषेक निचत, बबीता इंगले, सुजाता इंगले ,पुष्पा घागरे, भारती घुसे, प्रफुल जामनीक, नितीन मते, कांचन वाघ, नम्रता दामले, सुनीती हरणे ने जिम्मा संभाला. इसके साथ ही इस शल्यक्रिया हेतु राज्य प्राधिकरण समिति (यवतमाल) के अध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र भुयार, सदस्य डॉ. मनोज दगडपल्लीवार, डॉ. आर. डी. राठोड, डॉ. टी. सी. राठोड, डॉ. दि. सू. पाटील, डॉ. गणेश जाधव, डॉ. पाशु शेख, डॉ. संतोष भोसले, डॉ. विलास यादशिकर, डॉ. स्वप्नील गलाट व डॉ. प्रकाश येनकर ने प्रस्ताव की पडताल तथा मरीज व किडनी डोनर से प्रत्यक्ष मुलाकात करने के बाद अनुमति प्रदान की.
यह किडनी ट्रान्सप्लांट सफल होने हेतु सुपर स्पेशालिटी अस्पताल के डॉ. अंजू दामोदरे, डॉ. अभिजीत दिवेकर, डॉ. माधवी कासदेकर, महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना की डॉ. पायल रोकडे, औषधी भंडार प्रमुख विजय मोरे, जैववैद्यकीय अभियंता अमोल वाडेकर, श्रीधर ढेंगे, पंकज बेलूरकर, अविनाश राठोड, गजानन मातकर, आशीष स्थूल, सुनीता ठाकूर, शिवा भोंगाले, जीवन जाधव, सागर गणोरकर, ज्ञानेश लांजेवार, शंकर झाटे, दत्ता आठवले, सुमित शिरसाट, ज्ञानेश्वर राऊत, ज्योत्स्ना खोब्रागडे, राणी इंगले, भारती वानखेडे सहित अस्पताल के सभी डॉक्टरों, नर्स, अन्य तांत्रिक कर्मचारी, कार्यालयीन कर्मचारी, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, सुरक्षारक्षक आदि का भी सहयोग मिला. विशेष उल्लेखनीय है कि, यह शल्यक्रिया महाराष्ट्र राज्य सरकार द्बारा चलाई जाती महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजने अंतर्गत पूरी तरह से नि:शुल्क तौर पर की गई.

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