18वीं महाराष्ट्र राज्यबाल नाट्य स्पर्धा कल से
संत ज्ञानेश्वर नाट्यगृह में तीन दिवसीय आयोजन
* सांस्कृतिक कार्य संचनालय का उपक्रम
अमरावती/ दि.19– कल सुबह 11 बजे से स्थानीय संत ज्ञानेश्वर नाट्यगृह में 18वीं महराष्ट्र राज्य बाल नाट्य स्पर्धा का तीन दिवसीय आयोजन सांस्कृतिक कार्य संचनालय व्दारा किया जा रहा है. कोरोना महामारी के पश्चात पहली बार बाल कलाकार रंगमंच पर अपनी कला का प्रदर्शन रसिकों की उपस्थिति में करेंगे. तीन दिवसीय इस स्पर्धा में सभी रसिक सहभाग लेकर प्रतिसाद दे ऐसा आवाहन राज्य के सांस्कृतिक मंत्री अमित देशमुख, संचालक विभिषण चावरे तथा स्पर्धा के संयोजक एड. चंद्रशेखर डोरले व सहसंयोजक श्रद्धा पाटेकर, विशाल फाटे ने किया है.
कल से स्थानीय संत ज्ञानेश्वर नाट्यगृह में आयोजित बालनाट्य स्पर्धा में सुबह 11 बजे लेखक डॉ. श्याम देशमुख व निर्देशक वर्षा देशमुख की ‘बुलेट ट्रेन’ नाटिका की प्रस्तुती अभिरुची कला व क्रीडा मंडल व्दारा की जाएगी. दोपहर 12.30 बजे आदिवासी पर्यावरण सामाजिक बहुउद्देशीय संगठना अमरावती व्दारा लेखक गणेश वानखडे व निर्देशक निकिता खडसे की नाटिका ‘खेल मदारी वाल्याचा’ प्रस्तुती की जाएगी. वहीं दोपहर 2 बजे अद्बैत बहुउद्देशीय संस्था अमरावती व्दारा लेखक धनंजय सरदेशपांडे व निर्देशक स्वाती तराल की नाटिका ‘उजगोबा’ व दोपहर 3.30 बजे लेखक व निर्देशक विवेक राउत की ‘बाहुली’ पिपल्स कलामंच चांदूर रेल्वे व्दारा तथा शाम 5 बजे चमणी उडान बहुउद्दीय संस्था व्दारा लेखक गणेश वानखडे, निर्देशक संतोष सुरसकार की जैसा राजा वैसी प्रजा व शाम 6.30 बजे हेल्पिंग हैंड्स वेलफेयर मल्टिपर्पज सोसायटी अमरावती व्दारा लेखक डॉ. श्याम देशमुख व निर्देशक सौरभ शेंडे की ‘आळशी राजू’ का प्रदर्शन किया जाएगा.
दूसरे दिन सोमवार 21 मार्च को सुबह 11 बजे जनजागृती मंडल अमरावती व्दारा डॉ. श्याम देशमुख लिखित व निर्देशक जयश्री पांडे की ‘आळशी राजा’, दोपहर 12.30 बजे डॉ. श्याम देशमुख व्दारा लिखिक व दिग्दर्शक वसंत उके की ‘अनाथ’ नाटिका का प्रदर्शन कला दर्पण बहुउद्देशीय संस्था अमरावती व्दारा किया जाएगा. दोपहर 2 बजे धनजंय सरदेशपांडे व्दारा लिखित व सौरभ कालपांडे व्दारा निर्देशित ‘बुद्धाची गोष्ट’ का कला रसीक सार्वजनिक वाचनालय व्दारा तथा दोपहर 3.30 बजे आरती घाटपांडे व्दारा लिखित व निशांत उके व्दारा निर्देशीत ‘शिवाजी म्हणतो’ का प्रदर्शन माणूसकी मल्टीपर्पज फाउंडेशन बुलढाणा व्दारा किया जाएगा.
सोमवार 21 मार्च शाम 5 बजे अथ इति नाट्य कला प्रतिष्ठान व्दारा चैतन्य सरदेशपांडे व्दारा लिखित तथा हर्षद ससाले व्दारा निर्देशीत खादाड का अथ इति नाट्यकला प्रतिष्ठान अमरावती व्दारा व शाम 6.30 स्पेडी ग्रुप ऑफ इंटरटेमेंट अमरावती व्दारा लेखक श्याम देशमुख व निर्देशक पवन वाकुडे की ‘बुलेट ट्रेन’ नाटिका का प्रदर्शन किया जाएगा. तीसरे दिन बुधवार 23 मार्च को सुबह 11 बजे वीर हनुमान मंडल बुलढाणा व्दारा लेखक गणेश वानखडे व निर्देशक अंकुश गवली की ‘एकला चलो र’े, दोपहर 12.30 बजे लेखक धनंजय सरदेशपांडे तथा निर्देशक धनश्री गायकवाड की ‘क्षितिजाच्या पलीकडे’ का प्रदर्शन विदूषक प्रतिष्ठान अमरावती व्दारा किया जाएगा.
दोपहर 2 बजे लेखक व निर्दशक वसंत उके की ‘काल आज उद्या’ का प्रदर्शन युवा जाग कलाकेंद्र व्दारा किया जाएगा. दोपहर 3.30 बजे लेखक अमोल जाधव तथा निर्देशक अश्विनी जगताप की ‘इस्कोट’ नाटिका का प्रदर्शन अविष्कार सामाजिक क्रीडा शिक्षण व बहुउद्देशीय संस्था वाशीम किया जाएगा. शाम 5बजे लेखक डॉ. सतीश सालुंके की नाटिका ‘राखेतून उडाला मोर’ का प्रदर्शन गंर्धव बहुउद्देशीय संस्था अमरावती व्दारा किया जाएगा. संत ज्ञानेश्वर नाट्यगृह में आयोजित तीन दिवसीय 18वीं महाराष्ट्र राज्य बालनाट्य स्पर्धा का आयोजन नि:शुल्क किया गया है. जिसमें उपस्थित रहने का आग्रह शहरवासियों से सांस्कृतिक कार्यविभाग सचिव सौरभ विजय तथा सांस्कृतिक कार्य संचनालय के संगठक विभिषण चवरे ने प्रेस विज्ञप्ती व्दारा किया है.