अमरावतीमहाराष्ट्र

19 लाडली बहनों ने लाभ ठुकराया

कार्रवाई था डर, जांच के बाद बढेगी अपात्र लाभार्थियों की संख्या

अमरावती /दि.17– जिले की 19 महिलाओं ने खुद ही मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना की सहायता ठुकरा दी है. राज्य की महायुति ने फिर से सत्ता स्थापित करने के बाद इस योजना के मानक में बदलाव सूचित किया है. इस कारण भविष्य में अपात्र ठहराकर कार्रवाई की जाएगी. इस बात से भयभीत होकर 19 महिलाओं ने इस योजना का आर्थिक लाभ लेने से इंकार कर दिया.
जांच के बाद अमरावती जिले के लाभार्थियों की संख्या और भी कम होने वाली है. वर्तमान में अमरावती जिले में 7 लाख 20 हजार 742 महिलाओं ने इस योजना के लिए पंजीयन किया था. इसमें से 6 लाख 97 हजार 539 महिलाओं का प्रस्ताव लाडली बहन के रुप में स्वीकार किया गया. इन सभी महिलाओं को प्रतिमाह डेढ हजार रुपए के मुताबिक गत नवंबर माह तक आर्थिक सहायता प्राप्त हुई है. नये मानक जारी होते ही इसमें से 19 महिलाओं ने खुद ही इस योजना का लाभ ठुकरा दिया है. जिला परिषद के महिला व बालविकास विभाग के सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पंजीकृत किये कुल आवेदनों में से जिला प्रशासन ने 23 हजार 92 आवेदन ठुकराए है. शासन द्वारा यह योजना लागू करते समय आय की मर्यादा निश्चित कर दी गई है. परिवार में चारपहिया वाहन न हो, ऐसा भी कहा है. इस मानक के अनुसार ही यह आवेदन ठुकराये है. वर्तमान में इसी मानक के मुताबिक पात्र महिलाओं के प्रस्ताव की दोबारा जांच की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक प्राप्त प्रस्तावों में से 91 प्रस्ताव मंजूरी की प्रक्रिया में है. इस पर निर्णय भी आगामी समय में लिया जाएगा.

* अपात्र प्रस्ताव की संख्या
लाडली बहन योजना के लिए इसके पूर्व पात्र प्रस्ताव की दोबारा जांच शुरु है. पोर्टल द्वारा ही रजिस्ट्रेशन किये जाने से मुंबई में जांच हो रही है. वह पूर्ण होने के बाद अपात्र होने की संख्या पता चलेगी. पश्चात पात्र और अपात्रता का चित्र स्पष्ट होगा.
– विलास मरसाले,
उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी,
जिप अमरावती.

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