अमरावतीमहाराष्ट्र

11 माह में 19715 लोगों को कुत्ता काटा

शहर सहित जिले में लगातार बढ रही श्वान दंश की घटनाएं

अमरावती /दि.20– विगत लंबे समय से अमरावती शहर सहित जिले में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ रही है और सडकों पर इधर-उधर भटकने वाले आवारा कुत्तें पैदल राहगिरों सहित वाहन चालकों पर हमला करते हुए उन्हें नोच रहे है. जारी वर्ष के दौरान जनवरी से नवंबर तक 11 माह में अमरावती जिले में 19 हजार 715 नागरिकों को कुत्ता कांटने की वजह से सरकारी अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया. इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि, अमरावती जिले में रोजाना श्वान दंश की 58 घटनाएं घटित हो रही है. इससे आवारा कुत्तों की दिनोंदिन गंभीर होता जा रही समस्या का अंदाज लगाया जा सकता है.

* सरकारी अस्पताल में निशुल्क मिलता है रैबिज का इंजेक्शन
कुत्ते के काटे जाने के बाद रैबिज की विषाणुजन्य बीमारी होने का खतरा होता है. ऐसे में यह बीमारी न हो, इस हेतु सरकारी अस्पताल में एन्टी रैबिज का इंजेक्शन नि:शुल्क दिया जाता है.
एंटी रैबिज बेहद आवश्यक कुत्ते या किसी भी अन्य प्राणी के कांटे जाने के बाद एंटी रैबिज का इंजेक्शन लेना बेहद जरुरी होता है और सभी सरकारी अस्पतालों में यह इंजेक्शन पूरी तरह से नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है.

* श्वान दंश की सर्वाधिक घटनाएं शहर में
जनवरी से नवंबर माह के दौरान जिले में श्वान दंश की 19 हजार 715 घटनाएं हुई. जिसमें से 9 हजार 116 घटनाएं अमरावती शहर में ही हुई है. श्वान दंश का शिकार सभी लोगों का जिला सामान्य अस्पताल में इलाज कराया गया.

* सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबिज इंजेक्शन पूरी तरह से नि:शुल्क मिलता है. विगत 18 माह के दौरान जिले के सरकारी अस्पतालों में 19 हजार 715 लोगों ने श्वान दंश का शिकार होकर अपना इलाज करवाया.
– डॉ. दिलीप सौंदले,
जिला शल्यचिकित्सक,
जिला सामान्य अस्पताल अमरावती.

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