अमरावती/दि.14- इस वर्ष मानसून का आगमन देरी से होने के बाद जून और जुलाई माह में अब तक 199.02 मिमी बारिश दर्ज हुई है. जबकि अब तक यह बारिश 271.00 होना अपेक्षित था.
जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अमरावती जिले में मानसून में जून से सितंबर माह तक 862 मि.मी. बारिश होना अपेक्षित रहता है. इसमें जून से 14 जुलाई तक जिले में 271 मि.मी. बारिश होना अपेक्षित था. लेकिन मानसून का आगमन देरी से होने और अब तक संतोषजनक बारिश न होने के कारण 199.02 मि.मी. बारिश रिकॉर्ड हुई है. जिसका प्रतिशत 73.5 है. पिछले वर्ष 14 जुलाई तक 297.09 मि.मी.यानि 109.09 फीसद बारिश रिकॉर्ड हुई थी. पिछले वर्ष मूसलाधार बारिश और अतिवृष्टि होने से जुलाई माह में ही अप्परवर्धा बांध के सभी 13 दरवाजे खोल दिए गए थे. औसतन बारिश का प्रतिशत वर्तमान में जिले का 23.01 है.
आज दोपहर में बरसे मेघ
गुरुवार 13 जुलाई को मौसम साफ रहने के बाद शुक्रवार 14 जुलाई को दोपहर के बाद मौसम बदरीला हो गया. बिजली की कड़कड़ाहट के साथ अमरावती शहर समेत जिले के ग्रामीण भाग में बारिश होने के समाचार है. दोपहर में अमरावती में झमाझम बारिश हुई. सोमवार और मंगलवार को जोरदार बारिश होने के बाद गुरुवार को बारिश न होने से उमस जैसा वातावरण हो गया था. लेकिन आज बारिश होने से नागरिकों को गर्मी से राहत मिली है.
पूर्णा प्रकल्प के दो दरवाजे खोले
हमारे संवाददाता माजीद इकबाल के मुताबिक चांदूर बाजार तहसील के पूर्णा मध्यम प्रकल्प पाणलोट क्षेत्र में लगातार बारिश होने से बांध का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. गुरुवार 13 जुलाई को सुबह 11 बजे दो दरवाजे खोलकर पूर्णा नदी में पानी छोड़ा गया था. पश्चात शुक्रवार 14 जुलाई को भी बारिश जारी रहने और पूर्णा मध्यम प्रकल्प का जलस्तर लगातार बढ़ने से दोपहर 2 बजे बांध के 9 में से 2 दरवाजे 7 से.मी. तक खोलकर 8.87 घनमीटर प्रति सेकंड पानी छोड़ा गया है. उपविभागीय अभियंता अनूप खवणे ने यह जानकारी दी.