अमरावती

जिले के 2.15 लाख किसानों का फसल बीमा योजना में सहभाग

सर्वाधिक 1.15 लाख किसानों ने निकाला सोयाबीन फसल का बीमा

अमरावती/दि.3- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में इस बार खरीफ फसलों के लिए सीएससी सेंटर के जरिये 2 लाख 15 हजार 51 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है. इसके लिए 1 अगस्त की डेडलाईन तय की गई थी. इसमें सर्वाधिक 1 लाख 15 हजार 449 किसानों ने सोयाबीन की फसल हेतु इस योजना में हिस्सा लिया है. इसके अलावा कई किसानों ने अपने बैंकों के जरिये भी इस योजना में सहभाग लिया है. जिसके चलते यह संख्या ढाई लाख के आसपास रहने का अनुमान है.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत कुछ वर्षों से फसलों की स्थिति अच्छी रहने के चलते फसल बीमा कंपनियां अच्छे-खासे फायदे में है. लेकिन मौसम का कोई भरोसा नहीं रहने की वजह से फसल बीमा योजना में किसानों का सहभाग लगातार बढता दिखाई दे रहा है. किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा अथवा कीटकजन्य रोगों की वजह से फसलों का नुकसान होने पर किसानों को बीमा संरक्षण उपलब्ध कराने के उद्देश्य फसल बीमा योजना शुरू की गई है. जिसके तहत नुकसान भरपाई की मुआवजा राशि कंपनी स्तर पर तय की जाती है. हालांकि इस योजना के लिए सर्वाधिक जनजागृति कृषि विभाग द्वारा की गई है. जिसके चलते इस वर्ष उडद के लिए 15 हजार, कपास के लिए 18,773, धान के लिए 49, तुअर के लिए 40,996, ज्वारी के लिए 463 तथा सोयाबीन के लिए सर्वाधिक 1,15,449 किसानों ने फसल बीमा योजना में सहभाग लिया. इस योजना में शामिल होने की अंतिम तिथी 31 जुलाई थी, लेकिन इस दिन रविवार रहने के चलते सरकार ने इस योजना में आवेदन व पंजीयन कराने हेतु एक दिन की समयावृध्दि दी थी.

* सोयाबीन के लिए सहभागी किसानों की तहसीलनिहाय संख्या
अचलपुर –       4,477
अमरावती –     8,227
अंजनगांव –     9,936
भातकुली –       11,804
चांदूर रेल्वे –     7,959
चांदूर बाजार –  6,974
चिखलदरा –     897
दर्यापुर –          11,684
धामणगांव –     5,205
धारणी –            1,299
मोर्शी –             9,055
नांदगांव –        26,213
तिवसा –          10,283
वरूड –             3,499

* नुकसान के बाद 78 घंटे के भीतर पूर्व सुचना देना जरूरी
फसल बीमा योजना में शामिल किसानों की खेती-किसानी का नुकसान होने पर अगले 78 घंटों के भीतर बीमा कंपनी अथवा नजदिकी कृषि कार्यालय को इसकी सूचना देना बेहद आवश्यक होता है. जिसके बाद कंपनी स्तर पर नुकसान का स्वतंत्र तौर पर निरीक्षण किया जाता है और कृषि महकमे द्वारा सर्वेक्षण करते हुए संबंधित किसान को मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू की जाती है.

* फसल योजना में शामिल किसान
अचलपुर –           7,457
अमरावती –         13,217
अंजनगांव सुर्जी – 19,802
भातकुली –           20,483
चांदूर रेल्वे –         12,643
चांदूर बाजार –      10,703
चिखलदरा –         1,283
दर्यापुर –              42,815
धामणगांव रेल्वे – 8,732
धारणी –               1,798
मोर्शी –                 12,788
नांदगांव खंडेश्वर – 46,003
तिवसा –              13,828
वरूड –                 3,499

 

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