अमरावती

जिप अध्यक्ष के लिए बनाया जा रहा 2.16 करोड का बंगला

कई सदस्यों का विरोध रहने पर भी कोरोना काल में किया ठराव पारित

अमरावती/ दि.23 – जिला परिषद अध्यक्ष के लिए जिला परिषद विश्राम गृह के पास की जमीन पर नया बंगला बनाया जा रहा है. उस बंगले का निर्माण कार्य शुरु किया गया है. राज्य में कोरोना का कहर था. उस समय जिप सदस्यों ने 20 अगस्त 2020 को जिप अध्यक्ष का बंगला निर्माण करने का ठराव मंजूर किया है. उस समय कई सदस्यों ने विरोध किया था, मगर ऑनलाइन सभा होने के कारण विरोध करने वाले सदस्यों का ऑपरेट म्युट कर रखा हुआ था, जिसके कारण उनका विरोध सभा में पहुंचा ही नहीं. इसके कारण विरोध के बगैर 2.16 करोड रुपए का बंगला निर्माण का ठराव मंजूर किया गया.
जिले का मिनी मंत्रालय कहलाने वाले जिला परिषद में जिले के 14 तहसील के नागरिकों को अपने कामों के लिए आना पडता है. कुछ लोगों के काम वक्त पर हुए नहीं और अध्यक्ष से मिलने के लिए उन्हें जिला परिषद विश्राम गृह के पास अध्यक्ष के शासकीय निवास स्थान पर जाना पडता है, परंतु अध्यक्ष का बंगला छोटा है और बंगले में अन्य सुविधाएं नहीं, इसी तरह अमरावती जिले का विस्तार काफी बडा होने के कारण जिप अध्यक्ष के काम का व्याप भी बडा है. पूरे जिले के ग्रामीण जनता का जिला परिषद में काम को लेकर बडे पैमाने पर आवागमन होता है. इसके कारण तत्काल सभा लेने के लिए छोटे सभागृह तथा कार्यालय भी नहीं है. इसलिए जिप विश्राम गृह को लगकर खाली जमीन पर सभी सुविधा युक्त प्रशास्त नया निवास स्थान जिला परिषद निधि से निर्माण किया जाए, ऐसा ठराव जिप सदस्य प्रियंका दगडकर ने 20 अगस्त 2020 को सभा में रखा था.
इस ठराव को जिप सदस्य नितीन गोंडाणे ने अनुमोदन किया. तब ठराव मंजूर कर विश्राम गृह से सटी 10 हजार चौरस फीट जमीन पर 2 करोड 16 लाख 73 हजार रुपये में जिला परिषद अध्यक्ष के लिए नया बंगला निर्माण करने को मंजूरी मिली. मंजूरी मिलते ही ठेकेदार महेश गाडगे ने काम की शुरुआत की. 24 माह में बंगले का निर्माण कार्य पूरा होने की बात बताई. परंतु अध्यक्ष के नये बंगले को जिला परिषद के कुछ सदस्यों का विरोध है. जिस समय सभा में ठराव मंजूर किया गया था. उस समय भी कुछ सदस्यों ने विरोध किया था.

दो मंजिला रहेगा बंगला
10 हजार चौरस फीट मैदान पर तलमले पर मिटींग हॉल, कैबिन, वेटींग रुम, एन्टी चेंबर, ऑफिस रुम, चालक रुम, रसोई घर, पीए रुम, महिला व पुरुषों के लिए बाथरुम, शौचालय, दूसरे माले पर एक हॉल, डायनिंग रुम, किचन, तीन बेडरुम, गेस्ट रुम, बरामदा, स्टोर रुम, मंदिर , नीचे बडा गार्डन रहेगा.

विरोध करते समय आवाज दबाई गई
कोरोना काल में ऑनलाइन सभा ली जा रही थी. इस समय सत्ताधारियों ने अध्यक्ष का नया बंगला बनाने का ठराव मंजूर कर लिया. उस समय भी विरोध किया था, परंतु सभा ऑनलाइन होने के कारण बोलने वाले सदस्यों का ऑपरेटर म्युट कर दिया जा रहा था. जिसके कारण उन्होंने ठराव मंजूर किया. जिला परिषद में महिला व विरोधी पक्ष को दालान नहीं. वे जिला परिषद में नीम के पेड के नीचे खडे रहकर उनके गांव के नागरिकों की समस्या रखते है. महिला व विरोधी पक्ष के लिए दालान की व्यवस्था करना जरुरी है. अध्यक्ष का बंगला रहने के बाद दूसरा बंगला बनाने की कोई जरुरत नहीं थी. सामान्य व्यक्तियों को घर बनाने के लिए 1 लाख 50 हजार रुपए मिलते है. परंतु अध्यक्ष का बंगला बनाने के लिए 2 करोड 16 लाख 73 हजार रुपए मंजूर किये.
– प्रवीण तायडे, जिप सदस्य

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