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91.60 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें हुई थी बर्बाद
अमरावती/दि.25 – विगत 16 व 17 मई को तौक्ते चक्रावात का प्रभाव राज्य के कई जिलों में दिखाई दिया. इस चक्रावात की वजह से समुद्र किनारे स्थित जिलों सहित राज्य के अन्य कई जिलों में बडे पैमाने पर जीवित व वित्त हानि हुई. ऐसे में नुकसान की ऐवज में सहायता देने हेतु 23 जून को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लेते हुए क्षतिपूर्ति मुआवजा संबंधी आदेश जारी किये गये. जिसके तहत समूचे राज्य हेतु 170.72 करोड रूपये की निधि मंजूर की गई. जिसमें से अमरावती जिले को 2.91 करोड रूपये की नुकसान भरपाई प्राप्त हुई.
सरकारी निर्णयानुसार तय की गई दरों के अनुसार प्रभावितों को सहायता देने हेतु आवश्यक रहनेवाले निधि का प्रस्ताव संभागीय आयुक्त द्वारा सरकार को भेजा गया था. जिसके अनुसार प्रभावित नागरिकों को सहायता राशि वितरित करने हेतु राज्य सरकार द्वारा निधि उपलब्ध करायी जा रही है.
तौक्ते चक्रावात की वजह से बहुवार्षिक फसलों के नुकसान, दुधारू व पालतू मवेशियों की मौत, कच्चे व पक्के घरों के अंशत: व पूर्णत: नुकसान तथा नागरिकों की मौत आदि के लिए प्रभावितों को सहायता राशि का वितरण किया जायेगा. अमरावती जिले में तौक्ते चक्रावात से 15 गांव प्रभावित हुए थे. जिसमें 320 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा था. साथ ही 91.60 हेक्टेयर क्षेत्र में फसले व फल बागान बर्बाद हुए थे. इसमें सर्वाधिक नुकसान अकेले वरूड तहसील में हुआ था. जहां 294 घर क्षतिग्रस्त हुए थे. साथ ही दर्यापुर में 4, अंजनगांव सूर्जी में 2, चांदूर बाजार में 11 तथा चिखलदरा तहसील में 2 घरों का नुकसान हुआ था. वहीं 42.60 हेक्टेयर क्षेत्र में केला, 32 हेक्टेयर क्षेत्र में संतरा व 17 हेक्टेयर क्षेत्र में प्याज की फसल का नुकसान हुआ था.