अमरावती

आंबिया बहार के संतरा फलों के गलने से १ करोड़ का नुकसान

बदरीला वातावरण, बारिश के कारण, बुरशी अटॅक

  • कृषि विद्यापीठ की जानकारी

अमरावती/प्रतिनिधि दि. ५ – हाल ही में आंबिया बहार के संतरे फलों का बड़ी मात्रा में गलना जारी है. मौसम मेें बदलाव, सूर्यप्रकाश का अभाव, निरंतर बारिश तथा अन्य कारणों के कारण बुरशी रोग के कारण फलों का नुकसान हो रहा है. जिसके कारण जिले का एक करोड़ का नुकसान होने की संभावना उत्पादको ने व्यक्त की है.
जिले मे साधारण रूप से ५८.३५० हेक्टर में उत्पादनक्षम संतरे के पेड़ है. इसमें कम से कम ३५ हजार हेक्टर में आंबिया बहार लिया जाता है. इस बहार के फलों का गलना जारी है.
नक्षत्र की कमी के कारण संतरे की गलने की संभावना कृषि विभाग ने व्यक्त की है. लगातार बारिश के कारण भी जमीन की जड़े खराब हो जाती है तथा जड़ों को कम ऑक्सीजन मिलती है. जिसके कारण कोलेट्रिकम , डिप्लोडिया, ऑलटरेनिया इस बुरशी के कारण भी फलों का गलना जारी है. ऐसा कहा गया है.
इस बुरशी के संक्रमण फल के डिठ्ठल को फलों के छिलके व डिठ्ठल के जोड पर काला सा दाग पडता है.वह भाग खराब होकर फल गलने लगता है. कोलेट्रिकल बुरशी के कारण फलों के डिठ्ठल के पास काली सी परत पडकर वह भाग काला पड जाता है. वह काली परत बढ जाने से फल गलने लगता है. ब्राउन रॉट बुरशी के कारण रिमझिम बारिश, अध्ाूरा सूर्यप्रकाश , अधिक आर्द्रता के कारण होता है. जमीन में शुरूआत में हर फल ऑरेंज कलर के हो जाते है.इन बातों के कारण फलों का गलना की संभावना रहती है. ऐसी जानकारी कृषि विद्यापीठ के अ.भा. समन्वयित संशोधन प्रकल्प के शास्त्रज्ञ योगेश इंगले ने दी.

  • बुरशीजन्य रोग के लिए उपाय आवश्यक

उसका डंठल सूखने पर अथवा कोलेटोट्रिकम बुरशी के लिए बॉर्डेक्स ०.६ प्रतिशत मिश्रण की अथवा कॉपर अ‍ॅक्सिक्लोराईड ५० डब्ल्यूपी२.५ ग्रॅप अथवा काबन्डाझिम ५० डब्ल्यूपी १ ग्रॅम प्रतिलीटर पानी लेकर फवारनी करे. पेड़ पर फोसिटील एएल २.५ ग्राम प्रतिलीटर अथवा कॉपर ऑक्सीक्लोराईड ५० डब्लूपी २.५ ग्रॅम प्रतिलीटर पानी लेकर फवारनी करे.

  •  यह उपाय आवश्यक

एनएए १ ग्रॅम १० पीपीएस अथवा जिब्रलिक एसिड १.५ ग्रॅम ।(१५ पीपीएम)अधिक युरिया (१ किलो)१०० लीटर पानी में मिलाकर फवारनी करे. मिश्र द्रावणकी फवारनी करते समय १५ दिनों के अंतर में दो फवारे जिसमें संजीव के एनएए अथवा २-४ डी अथवा जिब्रेलिक अ‍ॅसिडकी १.५ ग्रॅम का समावेश करे.

जून सितंबर महिने में ९० ग्रॅम नत्र, ७५ ग्राम पालाश प्रति पेड दे. फल बढाने के लिए जिब्रेलिक अ‍ॅसिउ १.५ ग्रॅम १५ पीपीएस पोटॅशियम नायट्रेट १ किलो १०० लीटर पानी में फवारनी करे.

Related Articles

Back to top button