महाबैंक कर्मचारियों की हडताल से 2 करोड रुपए का व्यवहार ठप
निजीकरण, रिक्त पदों के विरोध में कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

अमरावती /दि.21– बैंक ऑफ महाराष्ट्र (महाबैंक) कर्मचारियों ने गुरुवार 20 मार्च को किये एक दिवसीय हडताल के कारण करीबन 200 करोड रुपए का व्यवहार ठप रहने का दावा आंदोलनकार्ताओं ने किया है. ठेका व निजीकरण रोकने और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के रिक्त पदों पर कर्मचारियों की नियुक्ति करने की मांग को लेकर यह हडताल की गई थी.
ऑल इंडिया बैंक ऑफ महाराष्ट्र एम्प्लाइज फेडरेशन के उपाध्यक्ष अनिल भोंडे, संगठन सचिव विनोद ठाकरे, झोनल सचिव संकेत ठाकरे व प्रेमानंद शिंदे तथा सदस्य राहुल साबले, समीर पठान ने आंदोलन का नेतृत्व किया. आंदोलन तेज करने पर उन्हें जनसमर्थन प्राप्त करने श्याम चौक स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र के झोन कार्यालय के सामने तीव्र प्रदर्शन किया. सुबह एक घंटे तक किये इस प्रदर्शन के कारण मार्ग से गुजरने वाले सभी नागरिकों का ध्यान इस आंदोलन की तरफ केंद्रीत हुआ. अमरावती जिले में महाबैंक की 24 शाखा है. इसमें से हाल ही में नये भर्ती हुए कर्मचारियों की सहायता से चलने वाली कुछ शाखा को छोडकर अन्य सभी शाखा थी. प्रत्येक शाखा में हर दिन 45 से 50 लाख रुपए नकद राशि का लेन-देन, धनादेश आदि का व्यवहार होता है. इस हडताल के कारण यह व्यवहार पूरी तरह ठप रहा. एमटीएम के कारण कुछ पैसों का लेन-देन हुआ. लेकिन अन्य सभी व्यवहार ठप रहने से जिले में करीबन 200 करोड रुपए का व्यवहार ठप रहा, ऐसा आंदोलनकर्ताओं का कहना है.