जिला परिषद में 2 अभियंताओं ने मचाया हंगामा
निर्माण विभाग के काम सीधे ग्रापं को दिये जाने का किया विरोध
अमरावती/प्रतिनिधि दि.३१ – स्थानीय जिला परिषद के निर्माण विभाग द्वारा जिले के तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों में किये जानेवाले काम अमूमन सुशिक्षित बेरोजगार अभियंता संगठन के लाईसेन्स धारक निर्माण अभियंताओं से ठेका पध्दति पर करवाये जाते है. किंतु निर्माण विभाग द्वारा कुछ कामों का जिम्मा सीधे ग्राम पंचायतों को सौंपे जाने का निर्णय लिया गया. इस बात का विरोध करते हुए दो लाईसेन्सधारक अभियंताओं ने जिला परिषद में जमकर हंगामा मचाया. अभियंताओं द्वारा आरोप लगाया गया कि, इन कामों को लेकर जिप के अतिरिक्त सीईओ ने लाईसेन्सधारक अभियंताओें की योग्यता पर सवालिया निशान लगाने के साथ ही उन्हें धमकाने का भी काम किया है.
इस संदर्भ में मिली विस्तृत जानकारी के मुताबिक जिला परिषद निर्माण विभाग द्बारा जारी आर्थिक वर्ष में अब तक एक भी काम वितरण समिति की सभा नहीं ली गई है. यहीं नहीं तो हमेशा काम वितरण को लेकर टालमटोल जवाब दिया जा रहा है. वर्ष 2020 से मार्च 2021 में 1 लाख रुपए से लेकर 3 लाख रुपए तक के कितने काम मंजूर किये गये, इसका स्पष्टीकरण किया जाए. इसके अलावा कितने काम अभी भी ग्रामपंचायत को व खुली निविदा से दी गई है. इसकी जानकारी दी जाए. निविदा के तहत 179 कार्यों में से कुछ कार्य ग्रामपंचायत को दिये जाने की जानकारी जिप कार्यकारी अभियंता को मौखिक रुप से दी गई है. जिसके तहत आज तक कितनी ग्रामपंचायतों में निविदा शुल्क का भुगतान किया है. इसकी जानकारी दी जाये. इन मुद्दों को महाराष्ट्र राज्य ठेकेदार महासंघ के अभियंताओं ने उठाया था.