अमरावती

सिंचाई प्रकल्पों के जलस्तर में 2 फीसदी इजाफा

अप्परवर्धा बांध में 44.65 फीसदी जल संग्रह

  • लघु प्रकल्प अब भी प्यासे

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२३ – मानसून की बारिश रुक-रुककर बरस रही है. जिसके चलते जिले के सिंचाई प्रकल्पों के जल संग्रह में संतोषजनक वृद्धि नहीं हो पायी है. जिले के सबसे बड़े अप्पर वर्धा प्रकल्प के जलसंग्रह में बीते 22 दिनों से केवल दो फीसदी इजाफा हुआ है. शहानूर, चंद्रभागा, पूर्णा, सापन और पांढरी मध्यम प्रकल्प के जल संग्रह में भी 2 से 4 फीसदी इजाफा हुआ है. लेकिन लघु प्रकल्प अब भी प्यासे ही नजर आ रहे हैं.
यहां बता दें कि गत 7 जून को अप्पर वर्धा सिंचाई प्रकल्प में 245 दलघमि यानि 43.50 प्रतिशत जल संग्रह था. मंगलवार को इस सिंचाई प्रकल्प में 251 दलघमि यानि 44.65 प्रतिशत जलसंग्रह दर्ज किया गया. अप्परवर्धा प्रकल्प के सिंचाई क्षेत्र में अब तक 145 मि.मि. बारिश दर्ज की गई. अभी भी जिले में संतोषजनक बारिश नहीं हुई है. मध्यम और लघु प्रकल्पों के सिंचाई क्षेत्र में मानसून पूरी तरह से सक्रिय नहीं होने से प्रकल्पों के जलस्तर में इजाफा नहीं हुआ है. शहानूर मध्यम प्रकल्प मेंं 7 जून को 17,50 दलघमि यानि 38 फीसदी पानी जमा था. मंगलवार को जलसंग्रह 17.43 दलघमि यानि 37.86 प्रतिशत था. इस प्रकल्प के जलसंग्रह में कमी आयी है. चंद्रभागा प्रकल्प के जलस्तर में 2 फीसदी इजाफा हुआ है. इस प्रकल्प में हाल की स्थिति में 48.44 प्रतिशत जलसंग्रह है. पूर्णा प्रकल्प 5 फीसदी जलसंग्रह से भरा है. इस प्रकल्प में 54 फीसदी जलसंग्रह बना है. सापन प्रकल्प में 2 प्रतिशत जलसंग्रह बढ़ गया है. जिससे इस प्रकल्प में 52.33 फीसदी जलसंग्रह है. पांढरी प्रकल्प में पहली बार जलसंग्रह किया गया है. हाल की स्थिति में 5 फीसदी जलसंद्रह है.

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