अमरावती

2 हजार के नोट गायब, 200 के नोट सबसे ज्यादा चलन में!

2 हजार के केवल 83, जबकि 200 की 88.91 लाख नोट हुए खराब

* 1 अप्रैल 2021 से लेकर अब तक बैंकों में जमा हुए 2.31 करोड से अधिक के फटे नोट
अमरावती/दि.21– रोजमर्रा के जीवन में प्रत्येक व्यवहार एवं आर्थिक गतिविधियों के लिए पैसों का लेन-देन होता है. लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक द्बारा जारी किए गए सभी नोट कागज के होने से इस्तेमाल के दौरान कई बार लेन-देन से होकर गुजरते हुए करन्सी नोट कट-फट जाते हैं, या फिर ऐसे हालत में पहुंच जाते हैं, जो इस्तेमाल में नहीं लाए जा सकते हैं. इन नोटों को भारतीय रिजर्व बैंक द्बारा बैंकों के माध्यम से वापस लिया जाता है और इनके बदले धारक को दूसरे नोट जारी किए जाते हैं. इसके तहत जारी आर्थिक वर्ष के दौरान अमरावती जिले की बैंकों में धारकोें द्वारा जमा कराए गए खराब नोटों की कुल रकम 2 करोड 31 लाख 39 हजार बताई गई है. जिसमें 2 हजार के केवल 83 और 200 रूपये के 88 लाख 91 हजार नोट खराब हुए थे. ऐसे में कहा जा सकता है कि, इसी समय सबके आकर्षण का केंद्र रहनेवाली 2 हजार रूपये की नोटें अब चलन में बेहद कम है. वहीं 200 रूपये की नोटों का आर्थिक लेन-देन में जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है और चलन में रहने की वजह से ये नोटें कट-फट रही है.
भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय मुख्यालय द्बारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक जारी आर्थिक वर्ष के दौरान 2.31 करोड रूपयों से अधिक की कीमत के जो नोट बैंकों को लौटाए गए हैं, उनमें दो हजार के नोटों की संख्या केवल 83 है. दूसरे नोटों की तुलना में दो हजार के नोट अधिक चलन में न होने के कारण इनके खराब होने की स्थिति भी काफी कम दिखाई पडती है. जबकि सबसे ज्यादा 200 रुपए के नोट सडी-गली अवस्था में बैंकों को लौटाए गए हैं. खराब 200 रु. के नोटों की कुल कीमत 88 लाख 91 हजार बताई गई है.
बता दें कि, अमरावती जिले में सभी निजी व सरकारी बैंक अपने यहां जमा होने वाले फटे-कटे नोटों को एसबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से बदलवाने का काम करते हैं. इन नोटों को बदलने से पहले बैंकों को धारक सहित सभी जानकारियां, भारतीय रिजर्व बैंक के पोर्टल पर उपलब्ध करानी होती हैैं.
* 500 रूपये की नोटों का प्रमाण भी कम, 100 रूपये के नये नोट ज्यादा है चलन में
पता चला है कि, इस समय 2 हजार रूपये के नोटों की तरह ही 500 रूपये के नोट भी चलन में अपेक्षाकृत रूप से कुछ कम है. जारी वर्ष के दौरान चलन में रहने की वजह से खराब होनेवाले 500 रूपये के नोटों की कीमत 79 लाख बताई गई है. वही चलन में रहने की वजह से खराब होकर बैंक पहुंचनेवाले 100 रु. के नोटों को लेकर एक विशेष बात यह रही है कि, पुराने डिजाइन के नोटों के खराब होने का प्रमाण कम रहा है, जबकि नए नोट अधिक मात्रा में खराब हुए हैं. यानी इस समय बाजार में नये स्वरूपवाले 100 रूपये के करन्सी नोट काफी अधिक चलन में है.
* छोटे नोटों की मांग अधिक
एक ओर जहां बडे नोट खराब होने के कारण बैंकों को लौटाए जा रहे हैं, तो वहीं इस बीच जिले के सभी सरकारी और निजी बैंकों के माध्यम से खाताधारकों की मांग पर बडे पैमाने पर 10, 20 और 50 के नोट बांटे गए हैं. एक वर्ष के दौरान अमरावती जिले में 19 करोड से अधिक कीमत के छोटे नोट बैंकों द्बारा विशेष आवेदन के तहत मंगवाए गए हैं. इसके साथ ही क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से बताया गया है कि, इस वक्त अमरावती जिले में 500, 100 और 2000 रुपए के नोटों की तुलना में 200 रुपए की नोटों का चलन काफी अधिक है. बैंकों द्बारा भी 200 के नोट कैश काउंटर से बांटे जा रहे हैं. यही वजह है कि, इस नोट में खराबी भी अधिक पाई जा रही है.

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