अमरावती/ दि.30- वेस्ट सामग्री से संत तुकडोजी महाराज की 20 फीट उंची 15 फीट चौडी और 5 टन वजन की भव्य प्रतिमा तैयार की गई है. अमरावती की पूर्व पालकमंत्री तथा तिवसा विधानसभा क्षेत्र की विधायक एड. यशोमती ठाकुर की पहल पर यह प्रतिमा साकार की गई है. एड. ठाकुर ने बताया कि, इस प्रतिमा की स्थायी स्थापना को लेकर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.
पूर्व पालकमंत्री एड. यशोमती ठाकुर ने हाल ही में वर्धा जिले का दौरा किया था. वहां उन्हें कबाड सामग्री से महात्मा गांधी और विनोबा भावे की मूर्ति देखी. उन मूर्तियों को जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स मुंबई के प्राध्यापक तथा विद्यार्थियों व्दारा बनाया गया था. इसपर ठाकुर ने अमरावती जिले में भी ऐसी तीन मूर्तियां बनाने का निर्णय लिया, लेकिन कोरोना की वजह से एक ही प्रतिमा की अनुमति मिली थी. उन्होंने डीपीडीसी की बैठक में इस प्रतिमा के लिए स्वीकृती प्रदान कर धनराशि प्रदान की थी. एड ठाकुर ने बताया कि, भव्य प्रतिमा लगाने का निर्णय इस वजह से लिया गया ताकि राष्ट्र संत के विचार सभी तक पहुंच सके. उन्होंने कहा कि, कोरोना के वजह से राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की प्रतिमा बनाने के लिए कुछ विलंब हुआ. अब यह मूर्ति बनकर तैयार हो गई है. इसे स्थायी तौर पर कहा रखा जाए, इसपर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा, इसके अलावा संत गाडगे बाबा की भव्य प्रतिमा भी साकार होगी. इसके लिए निधि भी मंजूर कर ली गई है. यह कार्य जल्द ही शुरु होगा, ऐसी भी जानकारी इस समय दी.
20 टन से ज्यादा सामग्री का इस्तेमाल
मुंबई स्थित जेजे स्कूल ऑफ आर्ट के अधिष्ठाता विजय सपकाल, विजय बोंद्रे, नागपुर के मास्टर ऑफ आर्ट प्रकाश गायकवाड, यवतमाल के सुहास भिवणकर, युसूफ अन्सारी, सादाब अन्सारी, मोहम्मद तुफेल आदि विद्यार्थियों ने मिलकर यह भव्य प्रतिमा साकार की है. इस खुबसूरत प्रतिमा का निर्माण मोटरसाइकिल और कार के खराब हो चुके पार्ट्स के सहारे किया गया है. विजय सपकाल नेे इस बारे में बताया कि, इस मूर्ति निर्माण में 20 टन से ज्यादा कबाड सामग्री का उपयोग व 5 टन चुनिंदा वस्तुओं का उपयोग किया गया है. प्रतिमा 20 फीट उंची, 15 फीट चौडी है. उन्होंने विश्वास जताते हुए यह भी बताया कि, हाथ में खंजरी लिए प्रतिमा कई सालों तक खराब नहीं होगी, वह हमेशा नई जैेसे ही दिखाई देगी.