20 लाख बोरे हल्दी बिक्री की प्रतीक्षा मेें
रेट गिरने से उत्पादक किसानों की चिंता बढी
हिंगोली/ दि. 2- मराठवाडा में 20 लाख से अधिक बोरे हल्दी बिक्री के इंतजार में है. मार्च- अप्रैल में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण हल्दी की गुणवत्ता भी कम हुई है. मांग और रेट नहीं होने से हल्दी की बिक्री कैसे करे, यह चिंता मराठवाडा के किसानों को सता रही है.
देश में हल्दी का सीजन फरवरी से लेकर अप्रैल आखिर तक चलता है. पश्चिम महाराष्ट्र मेंं कटाई सीजन मार्च अखेर तक रहता है. इसी समय तेलंगाना में भी कटाई होती है. विदर्भ और मराठवाडा में कटाई का सीजन थोडा विलंब से होता है. खरीफ की तैयारी हेतु पैसे उपलब्ध रहे इसलिए किसान मई अंत तक हल्दी की बिक्री करते हैं. इस बार हल्दी की खास डिमांड नहीं है.
हिंगोली और वसमत सहित अनेक निजी बाजार में हल्दी की बिक्री होती है. रोज लगभग 7 हजार क्विंटल माल मार्केट में आता है. इस बार भी आवक है किंतु रेट गिर गए. औसतन 4 हजार से 7 हजार रूपए दाम बताए जा रहे. पिछले साल यही रेट 10 हजार रूपए प्रति क्विंटल थे. दाम कम मिलने से किसानों को दिक्कत हो रही है.
* 25 प्रतिशत रकबा घटेगा
हल्दी के थोक व्यापारी गोपाल मर्दा ने बताया कि मराठवाडा की हल्दी की डिमांड कम हो गई है. किसानों के पास तकरीबन 20 लाख बोरे माल पडा है. कम रेट और बढती मजदूरी की वजह से आगामी दौर में प्रदेश का हल्दी का रकबा 25 प्रतिशत कम होने की आशंका हैं.
संभाग प्रतिशत
अमरावती 93.22
नागपुर 92.05
कोकण 98.11
कोल्हापुर 96.73
पुणे 95.64
मुंबई 93.66
औरंगाबाद 93.23
लातूर 92.67
नाशिक 92.22