* विवि को लेनी पडी अकादमी परिषद की झूम मीटिंग
* एनएसयूआई और
अमरावती/दि.19– संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ के सभी अभ्यासक्रम बदले जाने से विद्यार्थियों के सामने बडी दुविधा निर्माण हुई है. इस कारण कैरीऑन अंतर्गत विद्यार्थियों को प्रवेश देने की मांग को लेकर तीन दिनों से जारी एनएसयूआई व अन्य छात्र संगठनों के आंदोलन को शनिवार दोपहर बडी सफलता मिली. जब विद्यापीठ ने अकादमीक परिषद की झूम मीटिंग लेकर दो घंटे चर्चा उपरांत कैरीऑन को मान्यता दी. इससे प्रथम और द्बितीय वर्ष में कुछ विषयों में फेर हुए करीबन 20 हजार विद्यार्थियों को अगले अर्थात फाइनल वर्ष में दाखिला मिल सकेगा. इनमें फार्मसी, लॉ और अभियांत्रिकी के विद्यार्थियों को छोडकर अन्य सभी शाखाओं कला, वाणिज्य, बीसीए, विज्ञान के विद्यार्थियों को राहत मिल रही है. बताते हैं कि कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले ने स्वयं आंदोलन कर रहे छात्र संगठनों को आज दोपहर इस बारे में सूचित किया है. एनएसयूआई के समीर जवंजाल ने इसे छात्र आंदोलन की विजय बताया तथापि सभी शाखाओं के लिए राहत न दिला पाने पर थोडा रंज भी व्यक्त किया.
आंदोलन का नेतृत्व अमरावती विधानसभा अध्यक्ष वैभव देशमुख, ग्रामीण जिलाध्यक्ष पंकज मोरे, नीलेश गुहे, समीर जवंजाल, एनएसयूआई अध्यक्ष संकेत साहू, निनाद मानकर, रोहन चिमोटे, अभिजीत मेश्राम, नीतेश वानखडे, राहुल बागडे, अनिकेत कुलट, कुणाल जोध, रितेश पांडव, पंकज मंडले, गुड्डू हमीद, सुजय इंगले, आदित्य पाटिल, धीरज कोकाटे और संकेत कुलट ने किया. विद्यापीठ के विद्यार्थियों को कैरीऑन लागू करने की मांग को लेकर युवक कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने आंदोलन किया था.