अमरावतीमहाराष्ट्र

लोकसभा चुनाव के लिए 20 हजार अधिकारी व कर्मचारी तैयार

निर्वाचन प्रक्रिया के लिए प्रशासनीक कामों में आयी तेजी

अमरावती/दि.6– आगामी 4 माह में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रशासन अभी से ही काम पर लग गया है और निर्वाचन संबंधित प्रक्रिया को गतिमान कर दिया गया है. चुनाव के लिए आवश्यक रहने वाले मनुष्यबल की जानकारी सरकारी व अर्धसरकारी विभागों से मांगी गई थी. जिसके तहत 20 हजार अधिकारी व कर्मचारियों की जानकारी निर्वाचन विभाग को प्राप्त हो चुकी है.

बता दें कि, लोकसभा के चुनाव आगामी अप्रैल माह में होने की संभावना है. जिसके लिए फरवरी माह के अंत में आचार संहिता लागू हो सकती है. ऐसे में चुनावी अधिसूचना घोषित होने से पहले तमाम आवश्यक कामों को पूरा करने हेतु जिला निर्वाचन विभाग द्वारा ध्यान दिया जा रहा है. इसी के तहत सभी सरकारी व अर्धसरकारी विभागों के पास रहने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की जानकारी निवासी उपजिलाधीश व निर्वाचन प्रक्रिया के नोडल अधिकारी डॉ. विवेक घोडके ने सभी महकमों से मांगी थी. जिसके चलते करीब 20 हजार अधिकारियों व कर्मचारियों की जानकारी प्राप्त हो चुकी है. जिसे कम्प्यूटर प्रणाली में फीड किया जा रहा है.

ज्ञात रहे कि, अमरावती जिले के 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 2600 मतदान केंद्र है और प्रत्येक मतदान केंद्र पर 5 कर्मचारी व अन्य कामों हेतु लगने वाले मनुष्यबल सहित 10 फीसद आरक्षित मनुष्यबल ेऐसे करीब 14 से 15 हजार अधिकारी व कर्मचारी निर्वाचन संबंधित कामों के लिए लगने की संभावना जिला निर्वाचन विभाग द्वारा जताई गई है.

* 13 अधिकारियों द्वारा तहसीलदारों को प्रशिक्षण
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पश्चिम विदर्भ के 13 अधिकारियों को दिल्ली में निर्वाचन के कामकाज से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया. साथ ही उन्हें मास्टर ट्रेनर का दर्जा दिया गया है. इन सभी अधिकारियों द्वारा अब अपने-अपने विभाग के सभी एसडीओ व तहसीलदारों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आगामी 9 व 10 जनवरी को जिलाधीश कार्यालय परिसर स्थित नियोजन भवन में आयोजित किया जाएगा.

* मतदान केंद्र रहेंगे ‘डिसेबल फे्ंरडली’
जिले में कुल 2,600 मतदान केंद्र है, जिसमें से कुछ मतदान केंद्र नये है. इन सभी मतदान केंद्रों को दिव्यांग मतदाताओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ‘डिसेबल फ्रेंडली’ किया जाएगा. साथ ही जिले की सभी सरकारी व अर्धसरकारी इमारतों में महिलाओं व पुरुषों हेतु स्वतंत्र प्रसाधनगृह, दिव्यांगों हेतु रैम्प, विद्युत की सुचारु आपूर्ति व आवश्यक फर्निचर की उपलब्धता सहित 15 फरवरी से पहले मतदान केंद्रों को तैयार करने का निर्देश गत रोज ही जिलाधीश द्वारा स्थानीय प्रशासन को दिया गया.

* निर्वाचन प्रक्रिया हेतु लगने वाले मनुष्यबल, मास्टर ट्रेनर, अधिकारियों के प्रशिक्षण, वेब कास्टिंग, डिसेबल फ्रेंडली मतदान केंद्र तथा ईविएम व वीवीपैट के संदर्भ में जनजागृति आदि सभी प्रक्रिया फिलहाल चल रही है.
– सौरभ कटियार,
जिलाधीश व जिला निर्वाचन अधिकारी.

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