पीडीएमसी अस्पताल में बनेगा 200 क्यूबीक ऑक्सीजन प्लांट
हर्षवर्धन देशमुख ने माना नितिन गडकरी का आभार
अमरावती/दि.4 – कोरोना काल में कोरोना मरीजों की सेवा में तत्पर डॉ. पंजाबराव देशमुख महाविद्यालय के कोरोना अस्पताल के कार्यो की दखल लेते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाविद्यालय को ऑक्सीजन प्लांट व वैंटिलेटर्स उपलब्ध करवाए जाने पर श्री शिवाजी शिक्षण संस्था अध्यक्ष्य हर्षवर्धन देशमुख ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया. इस प्रास्तावित ऑक्सीजन प्लांट की वजह से जिले की ऑक्सीजन की समस्या खत्म होगी और जिले में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी ऐसा विश्वास भी व्यक्त किया.
कोरोना के पहली लहर से संस्था द्बारा संचालित डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मृति वैद्यकीय महाविद्यालय अस्पताल प्रशासन के साथ कांधे से कांधा लगाकर गरीब व जरुरतमंद मरीजों की सेवा कर रहा है. कोरोना मरीजों के लिए अस्पताल में विशेष व्यवस्था की गई है. इसके अलावा महाविद्यालय की प्रयोगशाला में हर रोज आरटीपीसीआर जांच भी की जा रही है. कोरोना काल में महाविद्यालय का बडा योगदान है. कुछ दिनों पूर्व श्री शिवाजी शिक्षण संस्था अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर अस्पताल के कार्य की जानकारी दी थी.
संस्था अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने केंद्रीय मंत्री गडकरी से चर्चा भी की थी और अस्पताल के लिए सहायता भी मांगी थी. पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने भी केंद्रीय मंत्री गडकरी को कोरोना के संदर्भ में जानकारी दी थी और डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मृति वैद्यकीय महाविद्यालय और अस्पताल के कार्यो से अवगत करवाया था तथा सहायता की मांग की थी. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अस्पताल के कार्यो की दखल लेकर 5 करोड रुपए की निधि से ऑक्सीजन प्लांट के लिए निधि मंजूर की.
5 रुपए खर्च कर सीएसआर फंड से 200 क्यूबीक मीटर का ऑक्सीजन प्लांट पीडीएमसी अस्पताल को दिया. जिसका कार्य जल्द ही शुरु किया जाएगा. इसके अलावा महाविद्यालय को 10 वैंटिलेटर्स भी दिए जिससे अस्पतालों में मरीजों को बडी सुविधा उपलब्ध होगी. गडकरी द्बारा दिए गए इस सहकार्य पर श्री शिवाजी शिक्षण संस्था अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने संस्था की ओर से नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया. इस कार्य में पूर्व पालकमंत्री डॉ. देशमुख द्बारा सहकार्य किए जाने पर उनका भी आभार व्यक्त किया और भविष्य में इस प्रकार का सहकार्य के प्राप्त होगा ऐसा विश्वास व्यक्त करते हुए आभार माना.