* यमलोक का रास्ता बन रहा द्रुतगति महामार्ग
अमरावती/दि.17– नागपुर से शिर्डी तक समृद्धि महामार्ग पर पिछले 10 माह में हुई दुर्घटनाओं में अब तक 200 से अधिक मौतें हो चुकी हैं. जबकि घायलों की संख्या 1000 से ज्यादा हैं. नागपुर से मुंबई तक निर्माणाधीन समृद्धि महामार्ग को पहले चरण में नागपुर से शिर्डी तक वर्ष 2022 में जनता के लिए खोला गया. तेज रफ्तार, लापरवाही के कारण हो रही लगातार दुर्घटनाओं के चलते राज्य सरकार आलोचना का शिकार हो रही है. जानकारी के अनुसार 20 जुलाई 2023 तक समृद्धि महामार्ग पर 10 महीने में 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण तेज रफ्तार व लापरवाही है. समृद्धि महामार्ग पर हो रही दुर्घटनाओं के कारण सरकार की आलोचना हो रही है. विपक्षी नेता आरोप लगा रहे हैं कि सरकार ने महामार्ग के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया है. सरकार ने दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं, जिनमें तेज रफ्तार वाहनों के लिए चालान लगाना और खराब सड़कों की मरम्मत करना शामिल है.
* कब-कब किन हादसों में गई कितने यात्रियों की जान
20 जुलाई 2023 को समृद्धि महामार्ग पर एक भीषण दुर्घटना हुई जिसमें 50 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हुए. यह दुर्घटना उस समय हुई जब एक बस और एक ट्रक आपस में टकरा गए. यह दुर्घटना समृद्धि महामार्ग पर हुई सबसे भीषण दुर्घटनाओं में से एक है. इस दुर्घटना के बाद, सरकार ने महामार्ग पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का वादा किया है.
वहीं इससे पहले 15 जुलाई 2023 को एक कार और एक ट्रक के बीच हुई टक्कर में 10 लोगों की मौत हो गई. 10 जुलाई 2023 को एक बस के पलट जाने से 20 लोगों की मौत हो गई. 5 जुलाई 2023 को एक ट्रक के खाई में गिर जाने से 15 लोगों की मौत हो गई. सरकार ने दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं. जिनमें तेज रफ्तार वाहनों के लिए चालान लगाना और खराब सड़कों की मरम्मत करना शामिल है. हालांकि, इन उपायों के बावजूद, समृद्धि महामार्ग पर दुर्घटनाएं जारी हैं.