* औद्योगिकीकरण पूर्व काल की तुलना में 1.45 सेल्सिअस की रिकॉर्ड वृद्धि
पुणे/दि.21– सन 2023 अब तक का सबसे गर्म वर्ष रहने की घोषणा विश्व मौसम संगठन (डब्ल्यूएमओ) द्वारा हाल ही में की गई. डब्ल्यूएमओ द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक औद्योगिकीकरण पूर्व काल की तुलना में वर्ष 2023 के दौरान वैश्विक औसत तापमान में 1.45 डिग्री सेल्सिअस की वृद्धि दर्ज की गई है. इससे पहले वर्ष 2016 में यह वृद्धि 1.29 डिग्री सेल्सिअस तक दर्ज हुई थी. ग्रीन हाउस गैसेस के बडे हुए प्रमाण और अलनीनो के संयुक्त परिणाम की वजह से यह स्थिति बनी है और इस असामान्य तापमान वृद्धि के अब पूरी दुनिया में दुष्परिणाम भी दिखाई दे रहे है, ऐसा डब्ल्यूएमओ का कहना है.
डब्ल्यूएमओ द्वारा जारी की गई जानकारी के मुताबिक औद्योगिकीकरण पूर्व काल यानि सन 1850 से सन 1900 के दौरान रहने वाले औसत तापमान की तुलना में वर्ष 2023 में वैश्विक औसत तापमान में 1.45 डिग्री सेल्सिअस की वृद्धि दर्ज की गई है. विगत 174 वर्ष के मौसम को लेकर दर्ज की गई जानकारी के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है और यह अब तक की सर्वाधिक वृद्धि है. इससे पहले वर्ष 2016 में 1.29 तथा वर्ष 2020 में 1.27 डिग्री सेल्सिअस की सर्वाधिक वृद्धि दर्ज की गई थी.
वैश्विक तापमान वृद्धि के परिणाम को कम करने के लिए जारी शतक के अंत हेतु निर्धारित 1.5 डिग्री सेल्सिअस की तापमान वृद्धि के आसपास पूरी दुनिया इस शतक के तीसरे दशक में ही पहुुंच गई है, जो दुनिया के सभी देशों के लिए खतरे की घंटी है. दीर्घकाल के दौरान ग्रीन हाउस गैसेस के बडे हुए परिणाम तथा प्रशांत महासागर में वर्ष 2022 में ला-निना का वर्ष 2023 में एलनिनो में हुआ स्थित्यंतर इस असामान्य तापमान वृद्धि के लिए कारणीभूत है. अप्रैल 2023 से वैश्विक स्तर पर समुद्रीस्तर के तापमान में भारी भरकम वृद्धि दर्ज की गई है. वर्ष 2023 में महासागरों का 32 फीसद क्षेत्र समुद्रीय उष्णता की लहरों से प्रभावित हुआ. वर्ष 2016 में यह प्रणाम 23 फीसद था. वर्ष 2023 में समुद्रस्तर पर सर्वाधिक तथा अंटार्टीका सर्दीयों वाले बर्फ का विस्तार निम्नतम दर्ज किया गया है.
– रिकॉर्ड तापमान वृद्धि के दुष्परिणाम तीव्र
– समुद्र में उष्मा बढने से जैवविविधता का बडा नुकसान
– प्रवाल का क्षेत्र हुआ कम
– दुनिया के सभी महादीपों में बाढ, चक्रवात, अकाल व दावानल की घटनाएं बढी
– बंगाल की खाडी में मई 2023 में आये मुखा चक्रवात से उपमहाद्वीप के 17 लाख लोगों का विस्तापन
– ओटीज हरिकेन का मैसिको के तटीय क्षेत्र से टकराव, 47 लोगों की मौत, 15 अरब अमरीकी डॉलर का नुकसान
– इटली में 48.2, ट्यूनिस में 49, अगादीर-मोरक्को में 50.4 डिग्री सेल्सिअस अधिकतम तापमान दर्ज
– कनाडा के जंगलों में लगी आग के चलते डेढ करोड हेक्टेअर वनक्षेत्र जलकर राख