20 को गद्दारों से हिसाब-किताब पूरा करने का दिन
शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की दर्यापुर में ललकार
* दर्यापुर से शिवसेना उबाठा प्रत्याशी गजानन लवटे का किया प्रचार
* अपनी ढाई वर्ष की सरकार की उपलब्धियां गिनाई, भाजपा व महायुति को जमकर घेरा
अमरावती/दर्यापुर/दि.7 – वर्ष 2019 में गठित हुई राज्य की महाविकास आघाडी सरकार काफी बेहतर तरीके से काम कर रही थी और हमारी सरकार ने कोविड जैसी महामारी के दौरान भी राज्य को संभाले रखने का बेहतरीन काम किया. लेकिन कुछ गद्दारों ने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के चलते हमारे साथ गद्दारी करते हुए हमारी सरकार को गिरा दिया और फिर अपनी खुद की सरकार बनाई. ऐसे गद्दारों के साथ हिसाब-किताब पूरा करने का वक्त अब आ चुका है तथा ऐसे महाराष्ट्र द्रोहियों के साथ महाराष्ट्र प्रेमियों द्वारा निश्चित तौर पर आगामी 20 नवंबर को हिसाब-किताब पूरा करते हुए अपना बदला पूर्ण कर लिया जाएगा. इस आशय का प्रतिपादन शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा किया गया.
आगामी 20 नवंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव हेतु महाविकास आघाडी के तहत शिवसेना उबाठा द्वारा दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी बनाये गये गजानन लवटे के प्रचार हेतु आज शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे दर्यापुर शहर पहुंचे थे. जहां पर उन्होंने एक विशालकाय जनसभा को संबोधित किया. इस जनसभा में जिले के सांसद बलवंत वानखडे तथा तिवसा निर्वाचन क्षेत्र की विधायक व कांग्रेस प्रत्याशी एड. यशोमति ठाकुर के साथ ही रिपाइं (गवई गुट) के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. राजेंद्र गवई प्रमुख रुप से मंच पर विरोजमान थे. इस समय अपने संबोधन में शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य की महायुति सरकार सहित भाजपा पर जमकर निशाना साधने के साथ ही उनके नेतृत्ववाली महाविकास आघाडी सरकारद्वारा ढाई वर्ष के कार्यकाल दौरान किये गये कामों का लेखा-जोखा दर्यापुर क्षेत्र की जनता के सामने रखा.
इस समय उद्धव ठाकरे ने कहा कि, ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा देने वाले आप सभी लोगों को यह नहीं बता रहे कि, अगर वे लोग सत्ता में आ गये, तो वे महाराष्ट्र को जमकर लूटेंगे. महाराष्ट्र के साथ लूटमार करने का सिलसिला विगत ढाई वर्ष से लगातार चल रहा है और अब चुनाव को आंखों के सामने देखते हुए महायुति की सरकार द्वारा लोकलुभावन योजनाएं चलाने की घोषणाएं ऐन चुनाव से पहले की गई. ऐसे में मतदाताओं ने महायुति के नेताओं से पूछना चाहिए कि, पिछले ढाई वर्ष तक महाराष्ट्र की सरकार चलाते समय वे लोग सो रहे थे क्या. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने दोनों सरकारों के बीच तुलना करते हुए यह भी कहा कि, जब राज्य में उनके नेतृत्ववाली महाविकास आघाडी की सरकार थी, तो सबसे पहले किसानों को कर्जमाफी की योजना का लाभ देते हुए कर्जमुक्त किया गया. साथ ही किसानों को फसल वीमा सुरक्षा का लाभ देने के साथ-साथ न्यूनतम गारंटी मूल्य का भी लाभ दिया गया और सभी किसानों को 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी गई. लेकिन अच्छी खासी चल रही सरकार को कुछ गद्दारों ने गिराकर सत्ता के सुत्र अपने हाथों में लिये. जिसके बाद से अब तक किसानों को किसी भी तरह की योजना का लाभ नहीं मिला. क्योंकि यह किसानों की नहीं, बल्कि बडे-बडे उद्योजकों का लाभ देखने वाले दलों की सरकार है.
अपने संबोधन में शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महायुति की सरकार का नेतृत्व कर रहे सीएम एकनाथ शिंदे तथा डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस व अजीत पवार के लिए ‘दाढी भाउ’, ‘देवा भाउ’ व ‘जाकीट भाउ’ जैसे शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि, सिर पर चुनाव देखकर इन तीनों भाईयों को राज्य की महिलाओं की याद आयी और महिलाओं को महज 1500 रुपए प्रतिमाह की राशि आवंटीत करने का निर्णय लिया गया. जबकि दूसरी ओर राज्य में आये दिन महिलाओं व युवतियों सहित छोटी-छोटी बच्चियों के साथ अन्याय व अत्याचार की घटनाएं घटित हो रही है. जिनकी ओर इन तीनों भाउ का कोई ध्यान नहीं है. ऐसे में महाविकास आघाडी ने तय किया है कि, चुनाव के बाद राज्य में मविआ की सरकार बनते ही सबसे पहले महिलाओं, युवतियों व बच्चियों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा. साथ ही महिलाओं को हर महीने कम से कम 3 हजार रुपए दिये जाएंगे. इसके अलावा राज्य के बेरोजगार युवकों को भी प्रतिमाह 4 हजार रुपए का अनुदान उनके बैंक खातों में प्रदान किया जाएगा. साथ ही साथ महाविकास आघाडी की सरकार आते ही एक बार फिर सभी किसानों को कर्जमाफी का लाभ देते हुए कर्जमुक्त किया जाएगा. अत: महाराष्ट्र की महाराष्ट्र प्रेमी जनता ने महाविकास आघाडी को प्रचंड बहुमत के साथ विजयी बनाना चाहिए. इस समय उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि, जिस तरह से लोकसभा चुनाव में अमरावती जिले की जनता ने महायुति की प्रत्याशी को घर पर बिठाया. वहीं कहानी विधानसभा चुनाव में भी दोहराई जानी चाहिए. क्योंकि जो लोग हमारे भरोसे जमीन से उपर उठे थे और जिन्हें हमने सम्मान मिलने लायक बनाया, वे लोग आज हमें और महाराष्ट्र की जनता को आंख दिखा रहे है. ऐसे गद्दारों कोे उनकी असली जगह दिखाये जाने की जरुरत है.
इस समय उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि, लोकसभा चुनाव के समय जब कांगे्रस ने बलवंत वानखडे जैसे सर्वसामान्य व्यक्ति के लिए अमरावती संसदीय सीट मांगी थी, तो बलवंत वानखडे जैसे भले माणूस के लिए उन्होंने खुशी-खुशी अमरावती की सीट छोड दी थी और उन्हें खुशी है कि, कभी विधान मंडल में उनके साथ काम करने वाले बलवंत वानखडे आज संसद का हिस्सा है. वहीं कांग्रेस ने भी दिल बडा करते हुए इसकी एवज में दर्यापुर विधानसभा क्षेत्र को शिवसेना उबाठा के लिए छोडा है. जहां से शिवसेना उबाठा ने गजानन लवटे जैसे जनता से जुडे कार्यकर्ता को अपना प्रत्याशी बनाया है और अब दर्यापुरवासियों की जिम्मेदारी है कि, वे गजानन लवटे को विधानसभा में भेजे.
* विधायक यशोमति ठाकुर व रिपाइं नेता राजेंद्र गवई की उद्धव ने की प्रशंसा
दर्यापुर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने व्यासपीठ पर मौजूद कांग्रेस नेत्री व विधायक यशोमति ठाकुर की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि, जब वे राज्य के मुख्यमंत्री थे, तब यशोमति ठाकुर भी उनके मंत्रिमंडल में शामिल थी और वे सबसे बेहतर सहयोगी भी रही. जिन्होंने राज्य की महिला व बालविकास मंत्री के तौर पर काफी बेहतर काम किया. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने मंच पर मौजूद रिपाइं नेता डॉ. राजेंद्र गवई की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि, ठाकरे परिवार व गवई परिवार के बीच काफी पुराने संबंध है. किसी जमाने में शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे तथा रिपाइं नेता व पूर्व महामहिम दिवंगत रा. सु. गवई के बीच बेहद दोस्ताना संबंध रहे और अलग-अलग राजनीतिक विचारधारा से वास्ता रखने के बावजूद उन दोनों की दोस्ती के आडे राजनीति कभी नहीं आयी.
* मतदाताओं को दिखाया पार्टी का वचननामा
इस समय अपने संबोधन के दौरान शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सभी उपस्थितों को पार्टी की ओर से जारी किया गया वचननामा दिखाते हुए उसमें उल्लेखित कुछ प्रमुख मुद्दों से अवगत कराया और कहा कि, इस वचननामें पर एक बारकोड भी दिया गया है. जिसे अपने मोबाइल के जरिए स्कैन करते हुए हर कोई पार्टी के विस्तुत वचननामे को देख सकता है. साथ ही उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि, इस वचननामें को केवल घोषणा व आश्वासन देने के लिए तैयार नहीं किया गया है, बल्कि इस वचननामें पर महाविकास आघाडी की सरकार द्वारा अमल भी किया जाएगा.