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जिले के 8 व संभाग के 21 बच्चे अटके हैं युक्रेन में

जिला प्रशासनों व संभागीय आयुक्त ने राज्य आपत्ति व्यवस्थापन विभाग को दी जानकारी

* जिला प्रशासनों को बच्चों के अभिभावकों से मिली है सूचना
* सभी बच्चे एमबीबीएस की पढाई करने गये थे यूक्रेन
अमरावती/दि.25– इस समय रूस और यूक्रेन के बीच घोषित तौर पर युध्द की शुरूआत हो चुकी है तथा रूसी सेनाओं द्वारा युक्रेन के सैन्य ठिकानों सहित शहरी इलाकों पर ताबडतोब हमले किये जा रहे है. वहीं इस समय युक्रेन मेें करीब 18 हजार भारतीय छात्र-छात्राएं फंसे हुए है, जो मेडिकल पाठ्यक्रम की तैयारी करने हेतु भारत से युक्रेन गये थे. इन छात्र-छात्राओं में अमरावती जिले के 8 और पूरे संभाग के 21 छात्र-छात्राओं का भी समावेश है, जिनमें बुलडाणा के 5, अकोला के 4, यवतमाल के 3 व वाशिम के 1 बच्चे शामिल है. इन बच्चों के अभिभावकों से मिली जानकारी के आधार पर संभाग के जिला प्रशासनों द्वारा संभागीय राजस्व आयुक्तालय के जरिये राज्य के आपत्ति व्यवस्थापन प्रभाग को इसकी सूचना दे दी गई है, ताकि इस जानकारी से केंद्र सरकार को अवगत कराया जा सके और केंद्र सरकार द्वारा हर एक भारतीय विद्यार्थी को युक्रेन से सुरक्षित भारत वापिस लाया जा सके.
इस संदर्भ में अमरावती जिला प्रशासन द्वारा राज्य आपत्ति व्यवस्थापन कक्ष को भेजी गई जानकारी के मुताबिक अमरावती जिले से वास्ता रखनेवाले अभिषेक ऋषिकेश बारब्दे, प्रणव विनोद फुसे, साहिल प्रसेनजीत तेलंग, तुषार अशोक गंधे, तनिष्क श्याम सावंत, ऋषभ वैभव गजभिये, स्वराज गणेश पुंड, प्रणव मोहन भारसाकले इस समय युक्रेन में फंसे हुए है. इसके अलावा यवतमाल जिले के संकेत राजेश चव्हाण, गौरव नागोराव राठोड, अभिनयन राम काले तथा बुलडाणा जिले के मंडल जयेश कालीपाडो, अवंतिका शेषराव खरासने, शगोप्ता यास्मीन मो. हनीफ, निष्कर्ष चंद्रकांत सानप व पीयूष उमाकांत गावंडे भी इस समय युक्रेन में फंसे हुए है. जिनकी सकुशल वापसी के लिए राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार से सतत संपर्क किया जा रहा है.

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