विदर्भ में मलेरिया से गई 21 लोगों की जान
गढचिरोली में 13 और गोंदिया-चंद्रपुर में प्रत्येकी 4 की मौत
* अमरावती जिले में किसी की मृत्यु नहीं
अमरावती/दि.8- पिछले वर्ष संपूर्ण विदर्भ में मूसलाधार बारिश व अतिवृष्टि होने से पानी जगह-जगह गढ्ढो व झाडियों में जमा हुआ रहने से मच्छरों का प्रकोप बढने से मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारी की चपेट में आए 21 लोगों की मृत्यु हुई है. इसमें गढचिरोली जिले के 13 और गोंदिया व चंद्रपुर जिले के प्रत्येकी 4 लोगों की मृत्यु हुई है. अमरावती जिले में मलेरिया का प्रकोप था, लेकिन किसी की मृत्यु नहीं हुई है.
वर्ष 2030 तक देश मलेरिया मुक्त करने का आवाहन केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडवीय ने किया है. लेकिन विदर्भ के नागपुर विभाग में 21 लोगों की मृत्यु से स्वास्थ्य यंत्रणा की नींद उड गई है. विभाग ने अभी से ही मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम को गंभीरता से लेते हुए अतिसंवेदनशील गांव पर ध्यान केंद्रीत किया है. अमरावती जिले में मूसलाधार बारिश, अतिवृष्टि और बेमौसम वापसी की बारिश के कारण मच्छरों का प्रादुर्भाव था और मलेरिया का प्रकोप होने से अस्पतालों में मरीजों की भीड बढने लगी थी. लेेकिन स्वास्थ्य यंत्रणा ने गांव-गांव दवाई का छिडकाव व जनजागरण अभियान चलाए रहने से इस पर नियंत्रण पाया गया. अमरावती जिले में किसी भी मरीज की मलेरिया के कारण मृत्यु नहीं हुई है.
* 3 वर्ष में पहली बार बढा मृत्यु का प्रमाण
स्थानीय मलेरिया विभाग के अधिकारियों का कहना था कि, नागपुर विभाग के गोंदिया, गढचिरोली, चंद्रपुर, भंडारा समेत अन्य जिलों में अॅनाफिलिज मच्छरों के प्रकोप और प्लाझमोडियम नामक जंतु के कारण आनेवाला बुखार मलेरिया रहता है. यह बुखार 10 से 12 दिनों का रहता है. इसमें ठंड के साथ तेज बुखार आने के बाद सिरदर्द, उल्टी होना आदि लक्षण इसमें रहते है. जहां बहुल इलाका है वहां मच्छरों का प्रकोप अधिक रहता है और समतल जमीन वाले इलाकों में अॅनाफिलिज मच्छरों की पैदाइश अधिक रहती है. अमरावती जिले में मेलघाट का बहुल इलाका है लेेकिन वह पहाडी क्षेत्र रहने से वहां पानी नहीं रुकता और मस्किटो मच्छरों की पैदाइश नहीं होती. इस कारण अमरावती जिले में किसी की भी मलेरिया के कारण मृत्यु नहीं हुई है. लेकिन नागपुर विभाग में वर्ष 2022 में 7051 मरीज और 13 मृत्यु, वर्ष 2021 में 12999 मरीज व 14 मृत्यु तथा वर्ष 2022 में 9729 मरीज और 21 मृत्यु दर्ज है.