अमरावतीमहाराष्ट्र

वडाली में वन्यजीवों की 22 प्रजातियां

गर्मी में वन्यजीवों को हो सकती है परेशानी

* जलस्त्रोतों पर नजर रखने हेतु मायक्रो प्लानिंग
* शिकारियों को रोकना भी वन विभाग के लिए चुनौती
अमरावती /दि. 14– अमरावती शहर की सीमा से ही प्रारंभ होनेवाले वडाली, पोहरा, चिरोडी व चांदुर रेलवे के समृद्ध जंगल में एंटीलोप वर्गीय, हिरण वर्गीय, बिल्ली वर्गीय, कुत्त वर्गीय व गाय वर्गीय वन्य प्राणियों की कुल 22 प्रजातियां है और इस जंगल में विविध प्रजातियों के वन्य प्राणियों का संरक्षण व संवर्धन भी किया जाता है. परंतु अब गर्मी का मौसम शुरु होनेवाला है. ऐसे में इस वनपरिक्षेत्र में वन्य प्राणियों का संरक्षण व संवर्धन करने के साथ ही जलस्त्रोतों पर नजर रखने और वन्यजीवों की शिकार को रोकने का काम वन विभाग के लिए काफी बडी चुनौती साबित होगा.
बता दें कि, वडाली एवं चांदुर रेलवे वनपरिक्षेत्र में बडे पैमाने पर वन्य प्राणियों का संचार होता है. जिसके चलते वन विभाग द्वारा वन्य प्राणियों के संरक्षण हेतु विविध उपाययोजनाएं की जाती है. इसी के तहत गर्मी के मौसम दौरान जलस्त्रोतों पर नजर रखने हेतु मायक्रो प्लानिंग की जाती है. ताकि जंगल में वन्य प्राणियों को पानी की तलाश में इधर से उधर दर-दर न भटकना पडे. साथ ही वन्य प्राणियों को शिकारियों द्वारा अपना निशाना न बनाए जा सके.

* 21,485 हेक्टेअर क्षेत्र में यह जंगल क्षेत्र व्याप्त है. जिसके चलते आगामी समय में इस परिसर को आरक्षित वनक्षेत्र घोषित करने के संदर्भ में भी आवश्यक कदम उठाते हुए प्रयास किए जा रहे है.

* पट्टेदार बाघ का भी अस्तित्व
वडाली एवं चांदुर रेलवे वनपरिक्षेत्र का जंगल 21 हजार 485 हेक्टेअर क्षेत्र में व्याप्त है. इस विस्तिर्ण जंगल में वन्य प्राणियों की विविध प्रजातियों के साथ ही सरीसृप प्राणी व विविध वन संपदा भी है. इस जंगल में रानगवा यानी जंगली भैसे सहित पट्टेदार बाघ का अस्तित्व रहने की बात भी साबित हो गई है. इन सभी वन्य प्राणियों की तृष्णा तृप्ति के लिए जगह-जगह पर कृत्रिम जलस्त्रोत भी तैयार किए गए है. जहां पर ट्रैप कैमरों के जरिए नजर रखी जाएगी.

* वन्य प्राणियों की जमकर रेलचेल
वडाली व चांदुर रेलवे जंगल क्षेत्र में एंटीलोप वर्गीय, हरिण वर्गीय, बिल्ली वर्गीय, कुत्ता वर्गीय व गाय वर्गीय ऐसी 22 प्रजातियों के वन्य प्राणियों का समावेश है. जिसके चलते इस जंगल क्षेत्र में पट्टेदार बाघ, रानगवा, तेंदूआ, हिरण, सांबर, रोही, चितल, चौसिंगा, भेडकी, कालवीट, तडस, लोमडी, भेडीया, जंगल सूअर, जंगली कुत्ते, जंगली बिल्ली, पपडीदार बिल्ली, मसण्या उद, साही, खोकड, खरगोश व बंदर जैसे वन्य प्राणियों की अच्छी-खासी रेलचेल दिखाई देती है. विशेष उल्लेखनीय यह है कि, कई बार ऐसे वन्य प्राणी इस जंगल क्षेत्र से होकर गुजरनेवाले रास्तों पर भी दिखाई देते है.

* वन्य प्राणियों की सुरक्षा हेतु निर्माण विभाग को पत्र
वन्य प्राणियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चांदुर रेलवे के वनपरिक्षेत्र अधिकारी भानुदास पवार, वनपाल प्रकाश करे, नंदकिशोर ठाकरे व अनिस शेख ने वन्य प्राणियों के साथ होनेवाले हादसों को टालने हेतु वन्य प्राणियों की आवाजाही रहनेवाले मार्गों पर गतिरोधक लगाने हेतु संबंधित सार्वजनिक लोक निर्माण विभाग से पत्रव्यवहार किया है.

 

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