राज्य में डेढ वर्ष में 22 हजार 751 बालमृत्यु
अमरावती/ दि.18 – बालमृत्यु रोकने के लिए सरकार की ओर से योजना चलाई जा रही है. फिर भी बालकों की मृत्यु का प्रमाण बढते जा रहा है. पिछले 17 माह में राज्य में 22 हजार 751 बालमृत्यु दर्ज की गई है.
कुपोषण और महिला स्वास्थ्य के विषय पर कार्य करने वाली समर्थन संस्था ने सूचना अधिकार कानून के तहत स्वास्थ्य विभाग से जानकारी हासिल की. जिसमें यह बात उजागर हुई है. इस जानकारी के अनुसार जनवरी 2021 से मई 2022 इन 17 माह में राज्य में 0 से 5 वर्ष आयु के कुल 22 हजार 751 बालमृत्यु होने की चौकाने वाली बात सामने आयी है. इसमें से 19 हजार 673 अर्भक की मौत हुई है. 3 हजार 78 बालमृत्यु हुई हैं और राज्य में अर्भक व बालमृत्यु का प्रमाण अप्रगत जिले की तुलना में प्रगतशिल जिले में अधिक हैै.
मुंबई में सबसे अधिक दर्ज
पिछले 17 माह में मुंबई व मुंबई उपनगर में सबसे ज्यादा 1 हजार 898, नागपुर में 1 हजार 741, औरंगाबाद में 1 हजार 349, नाशिक में 1 हजार 127, पुणे में 1 हजार 181, अकोला में 1 हजार 49, नंदुरबार में 1 हजार 26, ठाणे में 1 हजार 15 बालमृत्यु दर्ज की गई हैं. नंदुरबार व अकोला जिले छोडकर सभी जिले महाराष्ट्र के प्रगतिशिल जिले है. राज्य के कुल बालमृत्यु में इन 9 जिले का प्रमाण 43 प्रतिशत है, इसी समयावधि में सिंधूदुर्ग जिले में सबसे कम 64, वाशिम जिले में 89, लातूर जिले में 125 बालमृत्यु हुई है. सरकारी यंत्रणा स्वास्थ्य का दर्जा सुधारे, कुपोषण और बालमृत्यु कम हो, इसके लिए विभिन्न 12 योजना चलाते है, परंतु इसका परिणाम कोई खास होता हुआ नहीं दिखाई देता है.