अमरावती

जिले में बचत गुटों को 225 करोड रुपए वितरीत

जिले के 19,200 बचत गुटों को मिला लाभ

जिले के लिए 154 करोड रुपयों का लक्ष्य तय
अमरावती/दि.3 – महाराष्ट राज्य ग्रामीण जीवनोन्नति अभियान अंतर्गत जिले के 19 हजार 200 बचत गुटों को उद्योजकता विकास करने हेतु बैंक लिंकेज के जरिए 225.53 करोड रुपए का कर्ज वितरीत किया गया है. जिले के लिए 154 करोड रुपए के कर्ज वितरण का लक्ष्य तय किया गया था. परंतु इससे कहीं अधिक कर्ज वितरण करते हुए महिला उद्योजकता को प्रोत्साहित किया गया है.
बता दें कि, महिलाओं के हाथों को काम देकर उन्हें आर्थिक रुप से सक्षम बनाने हेतु जीवनोन्नति अभियान चलाया जाता है. इस अभियान के अमल में अमरावती जिला बेहद अग्रणीय जिले में 19200 स्वयं सहायता बचत गुट है. इसके अंतर्गत 1006 से अधिक ग्राम संघ व 59 प्रभाग संघ स्थापित किए गए है. इन सभी बचत गुटों को बैंकों से जोडा गया है. जिप सीईओ अविश्यांत पंडा की पहल के चलते महिला बचत गुटों के लिए उमेद व महिला आर्थिक विकास महामंडल द्बारा सायंसस्कोर मैदान के पास बचत मॉल भी शुरु किया जा रहा है. साथ ही बहुत जल्द महिला बचत गटों की जानकारी हेतु वेबसाइट शुरु कर दी जाएगी.
* लक्ष्य 154 करोड का, वितरण 225.52 करोड का
सन 2022-23 में 19,200 बचत गटों को 154 करोड के कर्ज वितरण का लक्ष्य तय किया गया था. लेकिन विविध बैंकों ने इस तय लक्ष्य से भी आगे जाते हुए 19,200 बचत गुटों को 225 करोड 53 लाख रुपयों का कर्ज वितरीत किया है.
* उमेद अभियान में जिला अग्रसर
इस अभियान के अमल में अमरावती जिला समूचे राज्य में अग्रसर है. बचत गुटों के माल को बेचने हेतु स्वतंत्र व्यवस्था निर्माण करने के लिए कुछ तहसीलों में दुकानें व मार्केट स्थापित किए गए है. साथ ही कुछ स्थानों पर ऐसा करना प्रस्तावित है.
* जिले में 19,200 महिला बचत गट
जिले की 14 तहसीलों में करीब 19,200 स्वयं सहायता गट है. इसके अलावा 1 हजार से अधिक ग्राम संघ व 59 प्रभाग संघ भी स्थापित किए गए है. जिन्हें योग्य मार्गदर्शन व प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है.
* इस बार 200 करोड का कर्ज बांटा जाएगा
जिले के 19 हजार 200 बचत गटों का विकास करने हेतु बैंक लिंकेज के जरिए गत वर्ष 225 करोड 53 लाख रुपए का कर्ज वितरीत किया गया था. वहीं इस वर्ष बचत गटों को 200 करोड रुपयों का कर्ज वितरीत करने का लक्ष्य तय किया गया है.
* बचत गटों को ऐसे मिलता है कर्ज
बचत गटों की कर्ज मर्यादा 3 से 10 लाख रुपयों तक होती है और बचत गटों को कर्ज वितरीत करने हेतु दससूत्री का पालन कर नियमित रुप से कर्ज की किश्ते अदा करनी होती है. साथ ही नये समूह द्बारा अपने कर्ज संबंधित प्रस्ताव पंचायत समिति के पास जमा करने होते है.
उमेद अभियान अंतर्गत महिलाओं ने कर्ज का उपयोग उद्योग की स्थापना व उद्योग के विस्तार हेतु करना चाहिए. सामूहिक रुप से माल की विक्री हेतु मेलघाट हाट मॉल स्थापित करने के साथ ही ऑनलाइन विक्री भी शुरु की जाएगी. समूह के विविध उत्पादनों की गुणवत्ता पर विशेष जोर देने के साथ ही आकर्षक पैकिंग करते हुए इस माध्यम से बचत गटों को सक्षम बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
– अविश्यांत पंडा,
मुख्य कार्यकारी अधिकारी,
जिला परिषद

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