बुआई सीजन में 24 किसानों की आत्महत्या
बारिश की लुका छिपी और बढते बोझ से डरे
* वरूड- मोर्शी छोडकर सभी तहसीलाेंं में खुदकुशी
अमरावती/ दि. 4 – खरीफ सीजन शुरू होने के बाद भी बारिश अपेक्षित रूप से नहीं होने से अब तक आधी बुआई अटकी पडी है. इसी अवधि में भयंकर समाचार है कि जिले के 24 किसानों ने कर्ज के बोझ से डरकर आत्महत्या कर ली. अब जानकार आशंका जता रहे हैं कि रकबा घटा तो खुदकुशी का आंकडा बढ सकता है. बारिश पिछले वर्ष की तुलना में औसत बारिश से काफी कम मात्रा में मेघ बरसे हैं.
सर्वाधिक आत्महत्या अचलपुर में
जानकारों ने बताया कि आर्थिक मामलों के कारण ही कृषक मौत को गले लगा रहे हैं. किसी के पास नया कर्ज लेने की सुविधा नहीं होने और बुआई के लिए पैसों व साधन का जुगाड नहीं होने से वे चिंतित हो उठे. अचलपुर तहसील में 5 किसानों ने मौत को गले लगाया. धामणगांव और नांदगांव खंडेश्वर में तीन-तीन, धारणी, भातकुली, तिवसा, दर्यापुर, अंजनगांव तहसीलों में दो- दो एवं चांदुर बाजार, चिखलदरा, चांदुर रेलवे में पिछले माह एक-एक किसान ने आत्महत्या कर ली.
बुआई कम, आंकडा बढने की आशंका
औसत से कम बारिश होने के कारण बुआई के सीजन में आत्महत्या हो रही है. जून में 74 प्रतिशत औसत बरसात दर्ज हुई है. धारणी और भातकुली में 66 और 77 प्रतिशत बरसात हुई है. अंजनगांव में औसत बारिश ठीक-ठाक रही. किंतु अन्य तहसीलों में बारिश कम होने से कहा जा रहा है कि किसान आत्महत्या की संख्या बढ न जाए ? इधर कृषि विशेषज्ञों ने भरपूर बारिश के बगैर बुआई से बचने की सलाह दी हैं.