अमरावती

24 लाख दस्तावेजों की जांच, जिले में कक्ष प्रारंभ

कुणबी-मराठा, मराठा-कुणबी ऐसे अभिलेख नहीं

अमरावती/दि.22– शासन के 13 विभागों की यंत्रणा ने बुधवार को न्या. शिंदे समिति के अमरावती दौरे के मद्देनजर मंगलवार तक 24 लाख दस्तावेजों की जांच का दावा कर कहा कि इन कागजात में कुणबी, क्षत्रीय मराठा अथवा मराठा ऐसे अलग-अलग अभिलेख मिले हैं. किंतु जानकारी के अनुसार कुणबी-मराठा, मराठा-कुणबी ऐसा शब्दश: उल्लेख नहीं मिल रहा है. जबकि खांदेश और मराठवाडा में इस तरह के उल्लेख वाले दस्तावेज बडे प्रमाण में मिल रहे हैं. उल्लेखनीय है कि आज ही न्या. संदीप शिंदे अमरावती पधारे हैं. वे जिला प्रशासन से मराठा आरक्षण हेतु दस्तावेजों के उल्लेखों की जानकारी ले रहे हैं. उनकी विभागीय आयुक्त कार्यालय में हुई बैठक से मीडिया को परे रखा गया था.

* 13 विभागों के दस्तावेज
मराठा आरक्षण की मांग के कारण कुणबी-मराठा प्रमाणपत्र देने के निर्देश सरकार ने दे रखे हैं. इसलिए अधिकारी पुराने कागजात खंगाल रहे हैं. प्रदेश के अन्य जिलों, भागों की तरह अमरावती में भी जिला कक्ष प्रारंभ किया गया है. 13 शासकीय यंत्रणा के अधीन दस्तावेजों की जांच की जा रही है. कुणबी-मराठा जाति के सबूतों का पंजीयन किया जा रहा है. जिलाप्रशासन कह रहा है कि 24 लाख कागजात खंगाल लिए है. जिसमें कुणबी, मराठा, क्षत्रीय मराठा ऐसे उल्लेख मिल रहे हैं.

* मोडी लिपी के तज्ञ बुलाए
सरकार ने दो प्रकार के नमूनों की जानकारी मांगी है. 2048 से पहले आौर 1967 से पहले के अभिलेख देखे जा रहे हैं. कुछ पुराने अभिलेख मोडी लिपि में है. जिसकी पडताल विशेषज्ञ कर रह हैें. अमरावती प्रशासन काफी गोपनीयता बरत रहा है.
* क्या कहते हैं आरडीसी
आरडीसी डॉ. विवेक घोडके ने बताया कि पुराने कागजात की जांच शुरु है. बुधवार को न्या. शिंदे समिति के सामने प्रजेटेंशन होगा. इस बारे में अधिक कुछ कह नहीं सकता.

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