24 हजार विद्यार्थियों की दुबारा होगी सीईटी
गणित की प्रश्नपत्रिका में त्रुटी रहने के चलते लिया गया निर्णय

* सभी को समान अवसर देने हेतु दुबारा ली जाएगी परीक्षा
* 6 से 11 मई के दौरान परीक्षा लेने का नियोजन
* पहले चुने गए पर्याय के मुताबिक ही होंगे परीक्षा केंद्र
मुंबई /दि.1– राज्य सामायिक प्रवेश परीक्षा कक्षा द्वारा अभियांत्रिकी पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु ली जानेवाली सीईटी परीक्षा के एक सत्र में गणित विषय के प्रश्नों में गडबडी होने की कबूली सीईटी कक्ष द्वारा दी गई है. जिसके चलते अब इस सत्र के 24 हजार 744 विद्यार्थियों की परीक्षा दुबारा ली जाएगी. यह परीक्षा अंग्रेजी, मराठी व उर्दू ऐसी तीन भाषाओं में ली गई थी. जिसमें से मराठी भाषा के प्रश्नों को अंग्रेजी में भाषांतरीत करते समय प्रश्नों के पर्यायों की अदलाबदली हो जाने का स्पष्टीकरण सीईटी कक्ष द्वारा दिया गया है. साथ ही सभी विद्यार्थियों को समान अवसर उपलब्ध कराने हेतु विद्यार्थियों की दुबारा परीक्षा लेने की बात भी कही है.
बता दें कि, अभियांत्रिकी, कृषि व औषधि निर्माणशास्त्र पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु प्रति वर्ष पीसीएम व पीसीबी ऐसे दो गुटों में एमएचटी-सीईटी की परीक्षा होती है. जिसमें से पीसीएम गुट की परीक्षा के अंतिम दिन यानि 27 अप्रैल को हुए एक सत्र के गणित के पेपर में 50 में से 21 प्रश्नों हेतु दिए गए उत्तरों के पर्याय गलत थे, ऐसा आरोप विद्यार्थियों द्वारा लगाया गया था. इस मामले की सघन जांच करने पर इसमें हुई तकनीकी चूक का पता चला, ऐसा सीईटी कक्ष के आयुक्त दिलीप सरदेसाई का कहना रहा. इस संदर्भ में बताया गया कि, परीक्षा के प्रश्न पत्र विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए जाते है. संबंधित सत्र का प्रश्न पत्र मराठी में तैयार कर उसका भाषांतर अंग्रेजी में किया गया था. 150 प्रश्न वाली इस प्रश्नपत्रिका में भौतिकशास्त्र, रसायन शास्त्र व गणित इन तीन विषयों के 50-50 प्रश्नों का समावेश था. इस भाषांतर के दौरान गणित विषय के 50 में से 21 प्रश्नों के पर्यायों की अदलाबदल हो गई. जिसकी वजह से विद्यार्थियों को नाहक ही मन:स्ताप का सामना करना पडा. यह बात भी सरदेसाई ने कबूल की.
इसे लेकर जानकारी देते हुए बताया कि, इस सत्र में अंग्रेजी माध्यम के 27 हजार 306, मराठी माध्यम के 3473 व उर्दू माध्यम के 241 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया था. जिसमें से अंग्रेजी माध्यम के 24 हजार 744, मराठी माध्यम के 2875 व उर्दू माध्यम के 218 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी. चूंकि मराठी व उर्दू माध्यम की प्रश्नपत्रिका में कोई त्रुटी नहीं थी. जिसके चलते मराठी व उर्दू माध्यम के परीक्षार्थियों की दुबारा परीक्षा लेनी है अथवा नहीं इसे लेकर अब तक कोई निर्णय नहीं हुआ. वहीं अंग्रेजी माध्यम में परीक्षा देनेवाले विद्यार्थियों पर कोई अन्याय न हो इस बाद के मद्देनजर उस सत्र में उपस्थित रहनेवाले 24 हजार 744 विद्यार्थियों की दुबारा परीक्षा ली जाएगी. यह परीक्षा पूरे 150 प्रश्नों हेतु होगी और परीक्षा का आयोजन 6 से 11 मई के दौरान किया जाएगा. जिसके लिए सभी संबंधित विद्यार्थियों को एसएमएस व ई-मेल के जरिए सूचित किया जाएगा और उन्हें नए प्रवेशपत्र भी दिए जाएंगे. साथ ही पिछली परीक्षा हेतु विद्यार्थियों द्वारा दिए गए पर्याय के अनुसार ही नई परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र दिए जाएंगे, ऐसा भी सीईटी कक्ष के आयुक्त दिलीप सरदेसाई द्वारा बताया गया.
* संबंधितो पर होगी कार्रवाई
गणित के प्रश्नपत्र में भाषांतर करते समय गलती किसकी वजह से और कैसे हुई इसकी जांच की जाएंगी. जिसके बाद संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में उनसे कोई सेवा नहीं ली जाएगी, ऐसा भी राज्य सीईटी कक्ष के आयुक्त दिलीप सरदेसाई का कहना रहा.