अमरावती

दसवीं-बारहवीं परीक्षा हेतु एक कक्ष में 25 विद्यार्थी!

मुख्याध्यापकों को देना पड़ेगा मंजूरी पत्रक

अमरावती/दि.19 – कोरोना का धोखा पूरी तरह से टला नहीं है, जिसे देखते हुए विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को प्रधानता देते हुए दसवी-बारहवीं की परीक्षा ली जा रही है. जहां शाला वहां परीक्षा केंद्र रहेंगे. उन केंद्रों व उपकेंद्रों पर एक कक्षा में 25 विद्यार्थी होंगे. स्कूल, कनिष्ठ महाविद्यालय की (परीक्षा केंद्र) सुविधा हेतु मुख्याध्यापकों को मंजूरी पत्र देना पड़ेगा, ऐसा बोर्ड ने स्पष्ट किया है.
बारहवीं के विद्यार्थियों की प्रात्यक्षिक परीक्षा शुरु हो गई है. यह परीक्षा 3 मार्च तक शुरु रहेगी. पश्चात 4 मार्च से 7 अप्रैल तक उनकी लिखित परीक्षा होगी. इससे पूर्व दसवीं के विद्यार्थियों की प्रात्यक्षिक परीक्षा 25 फरवरी से 14 मार्च तक रहेगी. 15 मार्च से शुरु हुई दसवीं की लिखित परीक्षा 18 अप्रैल तक चलेगी. बोर्ड द्वारा अब परीक्षा केंद्र निश्चित किये जा रहे हैं. जिसके चलते शिक्षणाधिकारियों के मार्गदर्शन में सभी स्कूल, कनिष्ठ महाविद्यालयों के प्राचार्यों की, मुख्याध्यापकों की बैठक आयोजित की जा रही है. महाविद्यालय के परीक्षार्थी, कुल बेंचों की संख्या, पानी, बिजली, पंखा, जनरेटर, इन्वर्टर, लड़के-लड़कियों के लिए स्वतंत्र स्वच्छता गृह की सुविधा, शिक्षक, लिपिकों की संख्या, गत वर्ष की परीक्षा के मुख्य केंद्र कौन से थे, इसकी जानकारी कनिष्ठ महाविद्यालयों के प्राचार्यों को देनी होगी. वहीं शालाओं के दसवीं के परीक्षार्थियों की संख्या, पानी सहित अन्य सुविधा, शिक्षक, लिपिकों की संख्या आदि सभी की जानकारी बोर्ड को देनी होगी. जिसके अनुसार उन स्थानों पर परीक्षा केंद्र व उपकेंद्र दिए जायेंगे.
माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शालांत प्रमाणपत्र परीक्षा के लिए प्रत्येक शालाओं में केंद्र रहेंगे. परीक्षा से पूर्व सभी शालाओं के मुख्याध्यापकों को व महाविद्यालय के प्राचार्यों को हमीपत्र देना पड़ेगा. जिसके अनुसार परीक्षा के लिए मेरी स्कूल व कनिष्ठ महाविद्यालय में विद्यार्थियों की बैठक व्यवस्था हो सकेगी. वहीं केंद्र के परीक्षार्थियों के लिए सभी भौतिक सुविधा उपलब्ध है. परीक्षा लेने के लिए किसी भी प्रकार की परेशानी या शिकायत नहीं, इन बातों का उस सहमति पत्र में उल्लेख करना पड़ेगा. राज्यभर में दसवीं-बारहवीं परीक्षा के लिए करीबन 31 हजार केंद्र रहेंगे. उन स्थानों पर कुल 31 लाख 63 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे.

इस बार उड़नदस्ता नहीं

दसवीं-बारहवीं की परीक्षा में कुछ लोग प्रश्नपत्रिका हल करते समय पुस्तक या नोट्स में देखकर उत्तर लिखते हैं. परीक्षा पारदर्शक हो, कोई भी नकल न करें, इसलिए बोर्ड द्वारा स्कॉड तथा घुमते पथक की नियुक्ति की जाती है. लेकिन कोरोना के कारण इस बार ऐसा नहीं होगा. पड़ोस की स्कूल के शिक्षक ही परीक्षा खत्म होने तक उस स्थान पर बैठे स्कॉड के रुप में नियुक्त किए जायेंगे. विद्यार्थियों से नकल कर परीक्षा न देने का आवाहन शालेय शिक्षा विभाग ने किया है.

परीक्षा के लिए स्कूल के शिक्षक ही होंगे पर्यवेक्षक

दसवीं-बारहवीं की परीक्षा पद्धति का इस बार माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल ने विद्यार्थियों की सुविधा में बदल किया है. विद्यार्थियों की मानसिकता का विचार करते हुए उन पर की परेशानी दूर करनेे का प्रयास बोर्ड द्वारा किया गया है. परीक्षा के लिए पर्यवेक्षक के रुप में उसी स्कूल के शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी. तो कॉपी प्रकरण की खोजबीन के लिए इस बार स्कॉड नहीं रहेगा. पड़ोस की स्कूल के एक शिक्षक की बैठा पथक के रुप में नियुक्ति की जाएगी.

कम अंक मिलने पर श्रेणी सुधारने का अवसर!

कोरोना काल में विविध परेशानियों के चलते विद्यार्थियों की शुरुआत में पढ़ाई नहीं हो सकी. कुछ महिनों से ऑफलाईन क्लास शुरु हुई. लेकिन पूर्ण अभ्यासक्रम प्रत्यक्ष कक्षाओं से नहीं सिखाया जा सका. जिसके चलते कम अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उनकी श्रेणी सुधारने का अवसर दिया जाएगा. वहीं बीमार होने पर परीक्षा न दे सकने वालों सहित अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों की पूरक परीक्षा जुलाई के आखिर में होगी.

1.54 लाख विद्यार्थियों की प्रैक्टिकल परीक्षा शुरु

अमरावती शिक्षा बोर्ड द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार महाविद्यालयों में 14 फरवरी से ही प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरु हो चुकी है. यह परीक्षाएं आगामी 3 मार्च तक चलेगी. महाविद्यालय में परीक्षा के लिए अलग-अलग समयसारिणी तैयार की गई है. जिसके अनुसार महाविद्यालयों में यह परीक्षाएं ली जा रही है. अमरावती संभाग से कुल 1 लाख 54 हजार 845 विद्यार्थी परीक्षा के लिए पात्र घोषित हुए है. जिनकी अलग-अलग महाविद्यालयों में प्रैक्टिकल परीक्षा ली जा रही है. शिक्षा बोर्ड की माने तो यह आकड़ा हर दिन बदल रहा है. गुरुवार तक अमरावती शिक्षा बोर्ड अंतर्गत 5 जिलों में 1.54 लाख विद्यार्थियों का परीक्षा के लिए पंजीयन हुआ है. आने वाले समय में यानि 3 मार्च तक इन विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने की संभावना है. बता दें कि इस बार स्कूल ही परीक्षा केंद्र होने से विद्यार्थियों की चिंता भी कुछ कम हुई है.

कक्षा 12 वीं के छात्र

जिला           विद्यार्थी संख्या
अकोला               26918
अमरावती           38167
बुलढाणा             34477
यवतमाल           34440
वाशिम               20843
कुल               1,54,845

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