शहर के नए कनेक्शन के 250 मीटर पेंडींग?

जीनियस पर अभियंता, अधिकारियों का कोई प्रभाव नहीं

* सामान्य लोग लगा रहे बिजली केंद्रों के चक्कर
* भुगतान किए बीते दो-दो माह
अमरावती/दि.27 – पालकमंत्री ने अमरावती की प्रत्येक शिकायत की दखल लेने के निर्देश अफसरान को दे रखे हैं. किंतु लगता है कि, महावितरण बिजली कंपनी के लिए पालकमंत्री को अलग से विशेष बैठक इसके लिए लेनी पडेगी. अमरावती में लगभग प्रत्येक एरिया में नए बिजली कनेक्शन के मीटर के लिए लोग कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं. एक शिकायत में दावा किया गया कि, 250 से अधिक मीटर पेंडींग चल रहे हैं. जबकि मीटर और बिजली कंपनी के सभी शुल्क अदा किए दो-दो माह बीत चुके हैं. लोगों का सब्र जवाब दे रहा है. उनका आरोप है कि, मीटर इंस्टॉलेशन का ठेका जीनियस नामक कंपनी को दे रखा है. उस पर बिजली कंपनी के अफसरान का कोई प्रभाव नहीं है. कंपनी मनमाने ढंग से काम कर रही है, इस प्रकार का आरोप भी उन्होंने लगाया.
* शिकायत केंद्रो पर चक्कर
सामान्य लोग नया घर-दुकान बनाते हैं. उसमें शासकीय कंपनी महावितरण से बिजली कनेक्शन हेतु आवेदन करते हैं. कंपनी जितना कहती है, उतना शुल्क, सिक्योरिटी डिपॉजिट अदा करती है. बावजूद इसके मीटर नहीं लगाए जा रहे, इस प्रकार की शिकायत करते हुए अनेक उपभोक्ताओं ने कहा कि, वे बिजली केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं. जबकि वहां से उन्हें जवाब मिलता है कि, प्राइवेट कंपनी की जिम्मेदारी है. हमने अपना कार्य पूर्ण कर दिया है.
* अभियंता भी यही कहते!
शिकायतकर्ताओं की माने तो पेंडींग मीटर की संख्या अकेले तारखेडा, हनुमान नगर एरिया में ही 250 के करीब हो गई है. जबकि अर्बन डिवीजन के अभियंता सराटे ने कथित रुप हाथ झटक दिए. यह भी बताया गया कि, जीनियस कंपनी को दी गई मीटर इंस्टॉलेशन की जिम्मेदारी मानव संसाधन के अभाव में पूर्ण नहीं हो रही है. कंपनी के कर्मचारी हाथ खडे कर देने की अवस्था है.
* नियम क्या कहता है
बिजली उपभोक्ता अधिनियम के अनुसार मीटर के लिए आवेदन करने के 15 दिनों के भीतर मीटर इंस्टॉल हो जाना चाहिए अन्यथा कंपनी सेवा में कोताही की दोषी हो सकती है. उसी प्रकार ग्राहक का हक है मीटर पाना. उसे बिजली कंपनी को तत्काल मीटर और सप्लाई शुरु करना अनिवार्य है. उपभोक्ताओं ने महीनों राह देखी. अब वे स्वयं पर नियंत्रण खोने की स्थिति में है.

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