अमरावती दि. 12 – कोरोना जांच रिपोर्ट जल्द मिलने के लिए संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की प्रयोगशाला में नई यंत्रणा कार्यान्वित की गई है. इस कारणइस लैब से अब 24 घंटे में 2500 रिपोर्ट प्राप्त होगी. स्वास्थ्य यंत्रणा की रिपोर्ट समय पर मिलने के लिए स्वतंत्र सॉफ्टवेयर भी विकसित किया गया है. जिलाधीश पवनीत कौर व्दारा यह जानकारी दी गई.
स्थानीय स्तर पर कोरोना की जांच के लिए 18 माह पूर्व संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ में प्रयोगशाला शुरु की गई. प्रयोगशाला के लिए पालकमंत्री व्दारा निधि उपलब्ध कार्रवाई गई. शुरुआत में लैब में प्रतिदिन 100 नमूनो की जांच होती थी. लेकिन कोरोना के बढते प्रादुर्भाव को देखते हुए जांच क्षमता बढाते हुए एक हजार तक की गई थी. पीडीएमसी अस्पताल में भी जांच की सुविधा हो गई. रिपोर्ट तत्काल मिलने से मरीजों को समय पर उपचार मिलना संभव हुआ. इस कार्य में और गति देने के लिए अब विद्यापीठ में नई यंत्रणा कार्यान्वित की गई है. ऐसा जिलाधीश पवनीत कौर ने कहा. यहां स्वास्थ्य यंत्रणा को समय पर रिपोर्ट मिलने के लिए स्वतंत्र सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया गया है. इसका यूजर आईडी जिला शल्यचिकित्सक कार्यालय व जिला स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कर दिया जाएगा. इस कारण प्रयोगशाला के पास जांच का निष्कर्ष पंजीबद्ध होने पर तत्काल सॉफ्वेयहर के माध्यम से उपरोक्त दोनो कार्यालयों को ऑनलाइन जानकारी मिल जाएगी. इस कारण मरीजों को जानकारी देने, उपचार का काम तत्काल हो सकेगा. ऐसा कोविड-19 मॉलेक्युलर डायग्नोस्टिक लैब के नोडल अधिकारी डॉ. प्रशांत ठाकरे ने कहा. इस बारे में प्रयोगशाला विशेषज्ञ डॉ. सुधीर शेंडे ने कहा कि आरटीपीसीआर जांच करने वाली यंत्रणा दो दिन पूर्व कार्यान्वित की गई. इस तरह प्रयोगशाला की क्षमता हर रोज 2500 तक पहुंच गई है.
तीसरी लहर से निपटने उठाए कदम
फिलहाल भले ही विद्यापीठ में क्षमता के अनुरुप स्वैब नमूने जांच की लिए पहुंच रहे है. किंतु तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए विद्यापीठ की कोविड लैब की क्षमता को 1700 से बढाकर 2500 किया गया है. इसके अलावा जिनोम सिक्वेंसिंग की प्राथमिक जांच भी विवि प्रयोगशाला में शुरु कर दी गई है.
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