* आवेदनों की जांच के बाद चयन
अमरावती/दि.13-भेड पालन व्यवसाय को प्रोत्साहन देने के लिए तथा राज्य में भ्रमण करने वाले विमुक्त जनजाति व तत्सम समाज के पशुपालकों को बल देने के लिए राजे यशवंतराव होलकर महामेष योजना सरकार के माध्यम से चलाई जा रही है. इस योजना के अंतर्गत विमुक्त जनजाति प्रवर्ग के लाभार्थियों को बकरी, भेड पालन के लिए 75 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए है. इसमें अब तक 2 हजार 512 लोगों ने पंजीयन किया है. राज्य के विमुक्त जनजाति क प्रवर्ग के धनगर व तत्सम जनजाति की उन्नति के लिए सरकार की ओर से राजे यशवंतराव होलकर, महामेष योजना अंतर्गत भेडों के लिए चराई अनुदान, भेड-बकरी पालन के लिए जगह खरीदी अनुदान तथा मुर्गी खरीदी व संगोपन के लिए अनुदान दिया जाएगा. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए थे. हालांकि, चुनाव की आचार संहिता लगने से इस प्रक्रिया को फिलहाल के लिए ब्रेक लगा है. राजे यशवंतराव होलकर महामेष योजना स्थायी और स्थलांतरित पद्धति से भेडपालन के लिए बुनियादी सेवा-सुविधाओं सहित 20 भेड मादा, एक भेड नर ऐसे भेड गट के 75 प्रतिशत अनुदान वितरित किया जाएगा.
प्राप्त आवेदनों की छंटनी के बाद चयन
राजे यशवंतराव होलकर महामेष योजना के माध्यम से भेडपालन को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार की ओर से 75 प्रतिशत अनुदान पर यह योजना चलाई जाती है. यह योजना केवल भटके जमाती इस प्रवर्ग के लाभार्थियों के लिए रहेगी. इस योजना के लिए 12 से 26 सितंबर तक पात्र लाभार्थियों द्वारा ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए थे. जिले में 2 हजार 512 लोगों ने इसके लिए आवेदन किया है. इसके बाद अब प्राप्त आवेदनों की छंटनी व उसके बाद चयन प्रक्रिया चलाई जाएगी.
-डॉ.संजय कावरे, पशुसंवर्धन उपायुक्त,
अमरावती.
* 75 प्रतिशत अनुदान
यह योजना केवल भटके जमाती (भज-क( इस प्रवर्ग के लाभार्थियों के लिए लागू होकर इस योजना में निम्न 6 मुख्य घटकों का समावेश किया है. स्थायी व स्थलांतरित भेडपालन करने वाले भेडपालकों को बुनियादी सेवा व सुविधाओं सहित 20 मादा भेड व 1 नर भेड ऐसे भेडगुट का 75 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा.