अमरावती/दि.9 – कोरोना महामारी की दूसरी लहर धिमी हो जाने के बाद अब शहर में पिछले 3 महिने से संक्रामक बीमारियों ने अपना कहर बरपाना शुरु किया है. अब भी अमरावती शहर के निजी तथा सरकारी अस्पताल हाउसफल हो गए है. जिसमें डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड जैसे वायरल बुखार का प्रकोप बडे पैमाने पर दिखाई दे रहा है. तकरीबन हर घर में कोई न कोई व्यक्ति उक्त बुखार से ग्रसीत है. परंतु मनपा का स्वास्थ्य प्रशासन अभी भी सुस्त है. महानगर पालिका के मुताबिक जुलाई, अगस्त, सितंबर महिने में कुल 269 मरीज पाजिटीव पाए गए हैं बल्कि अक्तूबर महिने में भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट अभीतक प्राप्त नहीं हुई है. ऐसे में मृत्यकों का आंकडा पूछे जाने पर वैद्यकीय अधिकारी डॉ.विशाल काले जवाब देने में टालमटोल के करते दिखाई दे रहे है.
वैद्यकीय अधिकारी डॉ.विशाल काले के मुताबिक बीते चार महिने में कुल 2 हजार 778 सैंपल भेजे गए है. इनमें से जुलाई महिने में 200, अगस्त महिने में 1414, सितंबर में 1099 और अक्तूबर महिने के पहले सप्ताह में 65 सैंपल भेजे गए है. अक्तूबर महिने में भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट जल्द ही प्राप्त होगी बल्कि जुलाई, अगस्त और सितंबर इन तीन 3 महिने में लिए गये सैंपल में से डेंगू पाजिटीव की संख्या 269 हैं.
चार माह में भेजे डेंगू सैंपल और पाजिटीव
महिना सैंपल पाजिटीव
जुलाई 200 40
अगस्त 1414 104
सितंबर 1099 125
अक्तूबर 65 अप्राप्त
संदिग्ध मृत्यु की जानकारी नहीं
मृत्यु का आंकडा पूछने पर डॉ.विशाल काले ने कहा कि आडिट के बाद ही निश्चित मौतों का आंकडा पता चलेगा. परंतु संदिग्ध मृत्यु की जानकारी देने में भी उनकी आनाकानी साफ दिखाई दें रही है.
आडिट के बाद पता होगी मृत्यु संख्या
मनपा प्रशासन व्दारा डेंगू संदिग्ध मरीजों के सैंपल भेजे जाते है. जिसके बाद उनकी निश्चित रिपोर्ट भेजी जाती है. इसी तरह मृत मरीजों की संदिग्ध सूची बनाई जाती है. जिसके आडिट के बाद पता चलता है कि मरीज की मृत्यु डेंगू से हुई है या नहीं.