अमरावती

पूर्व पार्षद के बैंक खाते से 27 करोड रूपये हडपनेवाले अभी भी फरार

अपराध दर्ज होने से पहले ही आरोपी फरार

  • यवतमाल के पीआई जेधे की भूमिका संदेहास्पद

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२२ – बहन के नाम से बंद बैंक खाता फिर शुरू कर खाते के 27 करोड रूपये हडपनेवाले भाई समेत भाभी व बैंक के कर्मचारी यह अपराध दर्ज होने से पहले ही फरार हुए है. दस दिन हुए फिर भी पुलिस ने किसी को भी गिरफ्तार न करने से यवतमाल के वसंत नगर थाने के पुलिस निरीक्षक रविंद्र जेधे की भुमिका संदेहास्पद रहने का आरोप हो रहा है.
नंदकिशोर जुगलकिशोर जयस्वाल (43), रश्मी नंदकिशोर जयस्वाल, रवि जयस्वाल, सदाशिव नाना मलमने, लक्ष्मीकांत चौधरी, रवि धुलधुले, राजू कांबले समेत अकोला जनता कमर्शियल बैंक के पुसद शाखा के तत्कालीन व्यवस्थापक और तत्कालीन लेखापाल यह फरार संदिग्ध आरोपियों के नाम है. स्थानीय पूर्व पार्षद जयश्री अजयकुमार मोरय्या (45, दरोगा प्लॉट) का पुसद से जनता कमर्शियल बैंक में वर्ष 2015 से खाता था और दूसरा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पुसद में खाता था. मोरय्या के भाई ने होलसेल विक्रेता से माल खरीदी करने के बाद यह माल बेचा था. उस समय उन्होंने बहन की जनता कमर्शियल बैेंक खाते का आधार लिया और बैंक व्यवस्थापक से मिलीभगत कर बहन की बजाय पत्नी को खडे कर चेक पर फर्जी हस्ताक्षर किये. इस माध्यम से 27 करोड 25 लाख 34 हजार 866 रूपये हडप किये गये. जयश्री मोरय्या को इस बाबत कोई भी जानकारी नहीं थी. वर्ष 2020 में जब जयश्री मोरय्या को उनका पैनकार्ड आया, उस पर उनकी भाभी का फोटो दिखाई देने से जयश्री मोरय्या के पैरोंतले जमीन खिंसक गई. उन्होंने पुसद स्थित जनता कमर्शियल बैंक में जाकर पूछताछ की, तब उनका भाई नंदकिशोर जयस्वाल ने पत्नी को बैंक में खडे कर और झूठे हस्ताक्षर कर बैंक का खाता रिओपन किया और करोडों रूपयों का घोटाला करने की बात सामने आयी. उसके बाद उन्होंने 12 जुलाई को पुसद स्थित वसंत नगर पुलिस थाने में शिकायत दी. इस शिकायत पर पुलिस ने जयश्री मोरय्या के दोनों भाईयों समेत भाभी व दुकान के चार नौकर और जनता कमर्शियल बैंक के व्यवस्थापक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है. किंतु अपराध दर्ज होने से पहले ही जयस्वाल व बैंक के अधिकारी शहर से फरार हो गये. अपराध दर्ज होकर दस दिन हुए फिर भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस निरीक्षक रविंद्र जेधे यह आरोपी को सहयोग कर रहे है. उन्हें जमानत दिलवाने मदद कर रहे है. इस तरह का आरोप शिकायत कर्ता जयश्री मोरय्या ने किया है. करोडों की धोखाधडी करने के बाद भी और गंभीर अपराध दर्ज रहने पर भी आरोपी सरेआम पुसद शहर में घुम रहे है, मोबाईल भी इस्तेमाल कर रहे है, किंतु अभी तक वसंतनगर पुलिस ने आरोपियों मोबाईल लोकेशन भी नहीं लिया अथवा उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कोई ठोस भूमिका नहीं ली. यहां तक की बैंक के कागजात भी जप्त नहीं किये. जिससे वसंतनगर थाने के पुलिस निरीक्षक रविंद्र जेधे की भुमिका संदेहास्पद है. यह आरोपी को सहयोग कर रहे है, इस तरह का आरोप पूर्व पार्षद जयश्री मोरय्या ने किया है.

 

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