अमरावती

वरात पंगत के खाने से 27 लोगों को विषबाधा

येलकी पूर्णा गांव की घटना

* सभी का अचलपुर उपजिला अस्पताल में चल रहा इलाज
* विषबाधा प्रभावितों में कई छोटे बच्चों का भी समावेश
अचलपुर/दि.18 – यहा से पास ही स्थित येलकी पूर्णा गांव में गत रोज एक विवाह समारोह के बाद दूसरे दिन हुई बारात पंगत में परोसे गए भोजन की वजह से 27 लोगों को उल्टी व दस्त की शिकायतें होनी शुरु हुई. एक के बाद एक 27 लोगों को विषबाधा होने की बात समझमे आते ही सभी विषबाधितों को तुरंत ही अचलपुर के उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. इन विषबाधितों में कुछ छोटे बच्चों सहित महिलाओं, पुरुषों व बुजुर्गों का समावेश है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक येलकी पूर्णा निवासी दीपक पवार के बेटे राजकुमार पवार का विवाह 15 मई को दर्यापुर मेें बडी धूमधाम के साथ संपन्न हुआ. जिसके दूसरे दिन 16 मई को दुल्हन की विदाई से पहले बारात पंगत हुई, जिसमेें बरातियों के साथ ही गांव में रहने वाले कई लोगों ने हाजिरी लगाकर भोजन किया, लेकिन 16 मई की रात से कई छोटे बच्चों तथा महिलाओं व पुरुषों को पेटदर्द, उल्टी व दस्त की शिकायत शुरु हो गई. जिसके बाद एक-एक कर 25 से अधिक लोगों को 17 मई की सुबह होने तक एम्बुलेंस के जरिए अचलपुर के उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसमें से कुछ लोगों को परतवाडा के कुटीर अस्पताल में भी भेजा गया. दोनों जगहों पर भर्ती कराए गए मरीजों की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है. इन सभी लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक संभवत: भोजन अथवा पानी में कोई विषाक्त तत्व रहने की वजह से इन सभी लोगों को विषबाधा हुई है.
* इन लोगों को हुई विषबाधा
सदाशिव सोलंके (35), हरी पवार (25), देवराम चव्हाण (65), जया संजय सोलंके (40), प्रफुल्ल विठ्ठल चव्हाण (60), पूर्वा चव्हाण (8), सिद्धु पवार (35), दिव्या चव्हाण (11), धीरज पवार (8), जीवन पवार (12), मानव पवार (12), शिवम पवार (12), सचिन सोलंके (42), गौरव सोलंके (13), शिवानी सोलंके (17), धनश्री पवार (20), ऋषिकेश पवार (30), अनिल पवार (25), डिम्पल चव्हाण (3) तथा निर्मल चव्हाण, सुरेश पवार व बलदेव चव्हाण आदि का समावेश है.
* 7 घंटे बिजली गुल रहने से हुए हाल-बेहाल
जिस समय एक के बाद एक मरीजों को अचलपुर के उपजिला अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया जा रहा था. उसी समय सुबह 7.30 बजे से दोपहर 1 बजे के दौरान पूरी अचलपुर तहसील मेें महावितरण द्बारा मानसून पूर्व कामों के लिए बे्रेकडाउन करते हुए बिजली की आपूर्ति को खंडित रखा गया था. हालांकि महावितरण द्बारा सभी को इसकी पूर्व सूचना दे दी गई थी. जिसके चलते लगभग सभी लोगों ने पर्यायी व्यवस्था कर ली थी. लेकिन अचलपुर के उपजिला अस्पताल में ब्रेकडाउन के दौरान कोई पर्यायी व्यवस्था नहीं थी. ऐसे में 7 घंटों तक अस्पताल में बिजली गुल रहने के चलते अस्पताल में भर्ती मरीजों को भिषण गर्मी व भारी उमस का सामना करना पडा. जिसके चलते कई मरीजों को इलाज बीच में ही अधूरा छोडकर अस्पताल परिसर से बाहर निकल गए. वहीं ओपीडी व शिशु वार्ड में इनव्हर्टर व जनरेटर की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण कई महिलाएं अपने बच्चों को अपने पल्लू से हवा देती नजर आयी. उपजिला अस्पताल की इस लापरवाही के चलते अस्पताल के भर्ती सभी मरीजों व उनके परिजनों में काफी रोष व्याप्त दिखाई दिया.
* विधायक वानखडे ने जाना मरीजों का हाल
दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र में शामिल रहने वाले येलकी पूर्णा में विषबाधा की घटना घटित होने की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के विधायक बलवंत वानखडे ने तुरंत अचलपुर के उपजिला अस्पताल पहुंचकर सभी मरीजों का हालचाल जाना.

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