वाबलेवाडी की तर्ज पर जिले की 27 शालाओं का होेगा ‘आदर्श’ कायाकल्प
शालेय शिक्षा राज्यमंत्री बच्चु कडू ने दी जानकारी
* मुलभूत सुविधाओं के साथ अत्याधुनिक शिक्षा मिलेगी
अमरावती/दि.23– लोगबाग अपने बच्चों को जिला परिषद की सरकारी शालाओं में पढाने से बचना चाहते है. क्योंकि वहां पर मुलभूत सुविधाओं के साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अभाव होता है. किंतु बहुत जल्द यह स्थिति पूरी तरह से बदल जायेगी, क्योंकि राज्य सरकार ने अगले चार वर्षों के दौरान 1 हजार 500 सरकारी शालाओं को आदर्श शाला में तब्दील करने का निर्णय लिया है. जिसके तहत अमरावती जिला परिषद की 27 शालाओं को आदर्श शाला बनाया जायेगा. इस आशय की जानकारी राज्य के शालेय शिक्षा राज्यमंत्री बच्चु कडू द्वारा दी गई है.
राज्यमंत्री बच्चु कडू ने बताया कि, पुणे जिलांतर्गत शिरूर तहसील के वाबलेवाडी स्थित जिला परिषद शाला ने विश्वस्तर पर ख्याती प्राप्त की है. इसी तर्ज पर अब प्रत्येक तहसील में चार आदर्श शाला विकसित की जायेगी. जिसके लिए राज्य विधानमंडल के बजट सत्र में उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री अजीत पवार ने आदर्श शालाओं हेतु 950 करोड रूपयों का प्रावधान किया है. ऐसे में अब अमरावती जिले के गरीब व सर्वसामान्य परिवारों के बच्चों को उच्च गुणवत्तावाली शिक्षा उपलब्ध हो, इस हेतु मायक्रो प्लानिंग की जा रही है. इसके तहत अमरावती जिले में पहले चरण के दौरान 27 शालाओं को आदर्श शाला के तौर पर विकसित किया जायेगा. जिसमें अचलपुर, अमरावती, चांदूर बाजार, अंजनगांव सुर्जी, भातकुली, चांदूर रेल्वे, चिखलदरा, दर्यापुर, धामणगांव रेल्वे, धारणी, मोर्शी, नांदगांव खंडेश्वर, तिवसा, वरूड इन तहसीलों की जिप शालाओं सहित अमरावती मनपा की शालाओें का भी समावेश किया गया है.
* आदर्श शाला में ये सुविधाएं रहेगी
– इंटरनेट कनेक्टीविटी
– 100 से 150 पटसंख्या
– शालेय प्रांगण में अंगणवाडी
– शाला की आकर्षक इमारत
– बेहतरीन अध्ययन सुविधा
– स्मार्ट कक्ष व आकर्षक दीवारे
– छात्र-छात्राओं के लिए स्वतंत्र व पर्याप्त स्वच्छता गृह
– पेयजल सुविधा व हैण्डवॉश स्टेशन
– मध्यान्ह भोजन के लिए रसोई घर व भंडार कक्ष
– शैक्षणिक व क्रीडा साहित्य सहित प्रशस्त क्रीडांगण
– सुसज्जित ग्रंथालय, वाचनालय व संगणक कक्ष
– वर्च्युअल क्लासरूम व आयएसओ मानांकन
– सुरक्षित विद्युतीकरण व सुरक्षा दीवार
– अग्निरोधक व्यवस्था व आपात निकासी द्वार
– शाला में प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए यातायात सुविधा
– उत्कृष्ट शिक्षकों को देशांतर्गत व विदेशों में प्रशिक्षण
– विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति परीक्षा हेतु तैयारी
सर्वसामान्य परिवारों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुविधा उपलब्ध हो, इस हेतु आदर्श शाला नामक नया उपक्रम शुरू किया जा रहा है. जिसमें जिले की 27 शालाओं को स्थान प्राप्त हुआ है. इस जरिये देशाभिमानी व गौरवशाली विद्यार्थी तैयार किये जा सकेंगे. जिले में आदर्श शालाएं शुरू करने हेतु वाबलेवाडी जिप शाला के मुख्याध्यापक दत्तात्रय वारे को विशेष कार्य अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है.
– बच्चु कडू
शालेय शिक्षा राज्यमंत्री