
* प्रशासन ने शिकायतों में तथ्य पाए
अचलपुर/ दि. 6- सांसद रहे बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने अमरावती के बाद अचलपुर में भी 275- 300 जन्म प्रमाणपत्र बोगस दस्तावेजों के आधार पर बनाए जाने का दावा कर प्रशासन द्बारा अपनी गलती मान लेने की बात आज दोपहर मीडिया से कही. अचलपुर के तहसीलदार व प्रशासन ने भेंट पश्चात सोमैया ने दावा किया कि प्रमाणपत्र जारी करने का अधिकार तहसीलदार को रहने पर भी नायब तहसीलदार ने बगैर संपूर्ण कागजात की जांच कर प्रमाणपत्र जारी कर दिए. यह सभी प्रमाणपत्र रद्द करने का निर्णय प्रशासन ने लेने की जानकारी भी भाजपा नेता ने दी.
सैकडों मामले, सभी सर्टिफिकेट होेंगे रद्द
किरीट सोमैया ने अपने दावे मेें कहा कि उनकी जाली दस्तावेजों पर प्रमाणपत्र जारी करने की शिकायत सही निकली है. प्रशासन ने भी मान्य किया है कि चूक हुई है. सोमैया ने दावा किया कि अमरावती शहर के 4800 सर्टिफिकेट कैंसल होंगे. अचलपुर के बारे में उन्होंने आरोप लगाया कि बंगलादेशी रोहिंग्या मुस्लिमों ने बोगस दस्तावेज देकर प्रमाणपत्र प्राप्त कर लिए. जबकि ऐसे आवेदनों की अचलपुर में संख्या 2600 से अधिक रही. नायब तहसीलदार ने करीब 300 प्रमाणपत्र बगैर अधिकार रहते जारी कर दिए. वह सभी रद्द हो जायेंगे.
घूसपैठियों को भगायेंगे
सोमैया ने आरोप लगाया कि चुनावी लाभ के लिए राज्य में बांग्लादेशी रोहिंग्या मुस्लिमों को बोगस अथवा आधे अधूरे कागजात पर जन्म प्रमाणपत्र देने की साजिश की गई. इस सजिश का भंडाफोड हो चुका है. उन्हें सभी को यहां से खदेडा जायेगा. प्रश्नों के उत्तर में सोमैया ने दावा किया कि शिकायतों में कुछ लोगों के विरूध्द मामले दर्ज किए गये हैं. यह प्रशासन की पहल है. सभी प्रमाणपत्र रद्द होने का दावा कर सोमैया ने सवाल उठाया कि देश में 50, 60, 70 वर्षो से रहने के बाद अब अचानक प्रमाणपत्र की आवश्यकता क्यों पडी ? उन्होंने यह भी कहा कि सभी प्रमाणपत्रों की दोबारा जांच हो रही है. नायब तहसीलदार व अधिकारियों ने गुपचुप रूप से प्रमाणपत्र जारी कर देने का आरोप सोमैया ने किया.