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कल धरे गये 28 आरोपी

पुलिस का धरपकड अभियान लगातार जारी

* दंगे व हिंसा मामले में अब तक 278 आरोपी गिरफ्तार

* कोतवाली अंतर्गत दो को पीसीआर, तीन को जमानत

अमरावती/दि.19- विगत शुक्रवार व शनिवार को त्रिपुरा की कथित घटना को लेकर अमरावती शहर में हुई हिंसक वारदातों के मामले में पुलिस द्वारा गत रोज 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही अब तक हिंसा व दंगे के मामले में पकडे गये आरोपियों की कुल संख्या 278 हो गई है. गत रोज गिरफ्तार किये गये आरोपियों में से सिटी कोतवाली पुलिस थानांतर्गत पकडे गये दो आरोपियों को अदालत ने आगामी 20 नवंबर तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक गुरूवार को सिटी कोतवाली पुलिस थाने द्वारा पकडे गये आरोपियों में से कुणाल सोनी व करण धोटे को 20 नवंबर तक पीसीआर दिया गया. वहीं प्रणित सोनी, धर्मेश साहु व सूरज गुप्ता को जमानत दी गई. इस समय आरोपियों की ओर से एड. प्रशांत देशपांडे, एड. चंद्रकांत डोरले, एड. वासुदेव नवलानी, एड. चिराग नवलानी, एड. मोहित जैन, एड. गणेश गंधे, एड. जीतेश शर्मा व एड. श्रध्दा पाठेकर ने पैरवी की. वहीं अभियोजन पक्ष की ओर से एड. गिता तिवारी ने युक्तिवाद किया.
बता दें कि, अमरावती शहर में विगत 12 व 13 नवंबर को बडे पैमाने पर हिंसक घटनाएं घटित हुई थी. जिसके बाद इन घटनाओं में शामिल रहनेवाले दोनों समुदायों के आरोपियों को खोजने का अभियान पुलिस द्वारा युध्दस्तर पर शुरू किया गया. इसके अंतर्गत कई राजनेताओं सहित विभिन्न पार्टियों व संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया. जिसके तहत अब तक 278 आरोपियों को हिरासत में लिया जा चुका है. जिनके खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में करीब 50 अपराधिक मामले दर्ज है.

* राजनीतिक क्षेत्र में जबर्दस्त खलबली

विगत शुक्रवार व शनिवार को घटित दंगे व हिंसा के बाद अब राजनीतिक क्षेत्र में भी जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. पुलिस द्वारा दंगे व हिंसा भडकाने को लेकर पूर्व पालकमंत्री जगदीश गुप्ता व प्रवीण पोटे सहित पूर्व मंत्री डॉ. अनिल बोंडे, महापौर चेतन गावंडे, मनपा के सभागृह नेता तुषार भारतीय सहित कई भाजपा पार्षदों तथा भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को विभिन्न मामलों में नामजद किया गया है. साथ ही कुछ मामलों में इन सभी को गिरफ्तार करने के साथ ही जमानत पर रिहा किया गया है. वहीं अब शेष मामलों में इन सभी की गिरफ्तारी होना बाकी है. ऐसे में भाजपा नेताओं द्वारा महाविकास आघाडी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है. वहीं कांग्रेस व राकांपा द्वारा इसे भाजपा की साजीश बताते हुए पूर्व नियोजीत दंगा व हिंसा करार दिया गया है.

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