अमरावती

बारिश के कहर से चार माह में 28 लोगों की मौत

5,624 मकान ढहे, 144 मवेशियों की मौत

अमरावती-दि.22  मानसून की शुरुआत से ही समूचे जिले में बारिश ने भारी कहर बरपाया है. जिससे फसलों के साथ बड़ी मात्रा में जनहानि भी हुई है. जून से लेकर अब तक 4 माह में तूफानी बारिश ने 28 लोगों की मौत हुई. वहीं अनेकों तहसीलों में बाढ़ आने और तबेले गिरने से अब तक 144 जानवरों की भी मृत्यु हो गई तथा कच्चे-पक्के कुल 5624 मकान धराशायी हो गए. इस तरह की जानकारी जिलाधिकारी कार्यालय को पुनर्वसन विभाग द्वारा दी गई है.
इस वर्ष मानसून शुरू होने के 20 दिन बाद समूचे जिले में बारिश ने जोर पकड़ा. जुलाई की शुरुआत में लगातार चार दिन की झड़ी ने जिले की तिवसा, धारणी, धामणगांव रेलवे, चांदूर बाजार, नांदगांव खंडेश्वर आदि तहसील में फसलों का भारी नुकसान हुआ. जुलाई में सर्वाधिक नुकसान धामणगांव रेलवे तहसील में हुआ था. उसके बाद कुछ दिन तक बारिश कमजोर रही और अगस्त में फिर बारिश ने कहर ढाया और अब 1 सितंबर से 16 सितंबर रेलवे, चांदूर रेलवे, वरुड़ चिखलदरा और धारणी आदि तहसील में अतिवृष्टि हुई. कुल मिलाकर जून महीने से अब तक बारिश के कारण 28 लोगों की मौत हुई. वहीं 144 जानवर भी मारे गए. जिसमें 120 बड़े और 24 छोटे जानवरों का समावेश है तथा कच्चे और पक्के कुल 5624 घर ढहने से यहां रहने वाले लोगों को अन्यत्र स्थलांतरित करना पड़ा. इस माह 11 सितंबर से 16 सितंबर तक जिले में हुई मूसलाधार बारिश के चलते 11 घरों में पानी घुसा, जबकि नदी-नाले को आई बाढ़ में चार लोगों की मौत हो गई. 6 बड़े और और एक छोटे जानवर की मृत्यु हुई तथा 328 मकान मामूली क्षतिग्रस्त हुए और 6 मकान परी तरह से धराशायी हुए. जिसमें चांदूर रेलवे तहसील में 216 मकान मामूली क्षतिग्रस्त हुए जबकि दो पूरी तरह ढह गए. भातकुली तहसील में 6 मकान मामूली क्षतिग्रस्त हुए और 4 पूरी तरह ध्वस्त हो गए. धामणगांव रेलवे तहसील में 35 मकान मामूली क्षतिग्रस्त हुए. चिखलदरा में 9, अंजनगांव सुर्जी में 3 और अचलपुरमें 3 मकान मामूली क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इस बारिश में दर्यापुर तहसील में 2, धारणी में 1 और धामणगांव रेलवे तहसील में 1 व्यक्ति की बह जाने से मौत हो गई तथा भातकुली में 2 बैल, नांदगांव खंडेश्वर में 1 बैल, वरुड़ में 1 भैंस, धारणी में 1 भैंस और चिखलदरा में आई बाढ़ में 1 घोड़ा बह जाने की बात आपदा निवारण विभाग ने दर्ज की है. जबकि चांदूर रेलवे और धामणगांव रेलवे तहसील के 11 मकानों में पानी घुसने से यहाँ के निवासियों को अन्यत्र स्थलांतरित करना पडा.

इस तरह मिलता है मुआवजा
बारिश में आने वाली बाढ़ में बहने से अथवा मकान गिरने से मृत व्यक्ति के परिजनों को प्रति व्यक्ति 4 लाख रुपए, बड़े और दुधारू जानवरों के पालकों को प्रति जानवर 40 हजार रु. और अन्य बड़े जानवरों के पालकों को प्रति जानवर 30 हजार और छोटे जानवरों के पालकों को प्रति जानवर 20 हजार की मदद मिलती है. जबकि पूरी तरह ढह गए मकानों के मालिकों को मकान दुरुस्ती के लिए प्रति लाभार्थी डेढ़ लाख रु. की मदद जिला प्रशासन की ओर से दी जाती है.

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