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अमरावती/दि.6- अमरावती जिले में जलजीवन मिशन अंतर्गत पहली बार ही महिलाओं के सहयोग से 84 ग्राम पंचायत क्षेत्र में 7 हजार 871 जलस्त्रोतों के पानी के सैंपल जांचे गये. जिसकी रिपोर्ट हाल ही में जिला प्रशासन को प्राप्त हुई. जिसके तहत जिले के 11 तहसील अंतर्गत 288 जलस्त्रोंतों का पानी दूषित पाया गया है.
जलजीवन मिशन अभियान अंतर्गत पानी गुणवत्ता सनियंत्रण व सर्वेक्षण कार्यक्रम के तहत जलस्त्रोतों से पानी के सैंपल एकत्रित कर उनकी जांच करने के निर्देश केंद्र सरकार से जिला परिषद प्रशासन को प्राप्त हुए थे. जिस पर 840 ग्राम पंचायतों में एक ही दिन 7 हजार 871 जलस्त्रोतों के पानी की जांच की गई. इस अभियान में 6 हजार 319 सैंपल की जांच हुई. जिला परिषद के अधिकारी-कर्मचारियों ने 20 व 21 मार्च को इन सैंपल की जांच कर अब अंतिम ब्यौरा पेश किया है.
* इन गांवों का पानी दूषित
जिले में मोर्शी के 4, अमरावती के 8, वरुड के 4, नांदगांव खंडेश्वर के 4, भातकुली के 38, तिवसा के 59, चांदूर बाजार में 7, धामणगांव रेल्वे में सर्वाधिक 76, अचलपुर में 29, चांदूर रेल्वे में 23 व अंजनगांव सुर्जी में 36 जलस्त्रोतों का पानी दूषित पाया गया है. जिसके बाद संबंधित जलस्त्रोतों के उपयोग पर बंदी लगाई गई. संबंधित जलस्त्रोतों के पानी को शुद्ध करने की प्रक्रिया जिला परिषद स्तर पर शुरु की गई है.
* ग्राम पंचायतों को सुचना जारी
जिले के जिन 288 जलस्त्रोतों के पानी के सैंपल दूषित पाये गये है. उन सभी संबंधित ग्राम पंचायतों को सुचना जारी कर दूषित जलस्त्रोतों का पानी इस्तेमाल नहीं करने की सुचनाएं दी गई है. दूषित जलस्त्रोतों के पानी में 8 दिनों तक ब्लिचिंग पॉउडर डाला जाएंगा. जिसके बाद इन सभी जलस्त्रोतों के पानी की दुबारा जांच की जाएगी. उसके बाद यह पानी पीने लायक है या नहीं, इसकी जानकारी संबंधितों को दी जाएंगी.
– श्रीराम कुलकर्णी, उपमुख्यकार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद