* 10 माह में 23 ट्रैप
अमरावती/दि.13– जनवरी से अक्तूबर इस 10 माह की कालावधि में अमरावती जिले में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने कुल 23 ट्रैप सफल किए. उसमें से कुल 29 लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया. किंतु निलंबन के बाद भी वे सीना तानकर चलते है. वर्तमान में तो रिश्वतखोरी में कमीशन निजी दलाल व व्यक्तियों की सहायता लेने की बात प्रकाश में आयी है.
अमरावती एसीबी ने विगत 10 माह में चार सरपंच सहित पटवारी, ग्रामसेवक, ग्रामविकास अधिकारी, वनपाल, पशु व दुग्ध संवर्धन के सहायक निबंधक, मंडल अधिकारी, रचना सहायक, आश्रम शाला के लिपिक, जिप शाखा अभियंता, राजस्व सहायक, सफाई कामगार आदि को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया. सरकारी अथवा सहकारी अथवा निजी व्यक्ति आदि सभी पैसे खानेवाले के सभी क्षेत्र खुले हुए है. पैसे खाने का अवसर मिलने पर वह छोडते नहीं है. रिश्वत लेते हुए पकडे जाने की संभावना होेने पर भी वे भयभीत नहीं होते. पकडे गये तो आरोपो से कैसे छूटना है इस बात कला से वे वाकीफ हुए हो सकते है. इस तरह हर वर्ष विविध सरकारी विभाग, शैक्षणिक संस्था और स्थानीय स्वराज्य संस्था में शैक्षणिक संस्था और स्थानीय स्वराज्य संस्था में सैकडों से रिश्वतखोर पकडे जाते है.
* इन रिश्वतखोरों का आगे क्या हुआ ?
10 माह में 33 ट्रैप हुए. इसमें से 5 ट्रैप यह सरपंच, उपसरपंच पर हुए. इस कारण उन्हें पद पर से निष्कासित किया गया तथा शेष शासकीय कर्मचारियों को निलंबित किया गया .
* किस विभाग के कितने ?
ग्राम विकास 08
राजस्व 06
वन 01
शिक्षण 01
महावितरण 01
* नागरिक संपर्क करें
शासन नागरिको को अनेक सेवा देती है. यदि किसी भी शासकीय काम के लिए शासकीय लोकसेवको ने रिश्वत की मांग की तो संबंधित नागरिक एसीबी विभाग से संपर्क करें.
मारूति जगताप, पुलिस अधीक्षक,
एसीबी, अमरावती परिक्षेत्र
*10 माह में 29 घूसखोर पकडे
23 ट्रैप में कुल 29 घूसखोर पकडे गए. इसमें 6 निजी व्यक्तियों का भी समावेश है. महिला सरपंच के पति पकडे जाने की घटना से जिले में खलबली मच गई थी.
* निलंबन के बाद क्या ?
रिश्वतखोर कर्मचारियों को सरकारी नियमानुसार निलंबित किया जाता है. किंतु उनका आधा वेतन शुरू ही रहता है अब तक पकडे गये अधिकारी व कर्मचारी कुछ समय के लिए बाहर रहते है और एक दिन अचानक अपने पद पर सिर उठाकर कार्यरत हो जाते हैं.
* कितने लोगों को किया कोर्ट में पेश ?
अमरावती एसीबी विभाग ने 23 ट्रैप में सभी को गिरफ्तार किया. उन पर अपराध दर्ज किए और उन्हें कोर्ट में पेश किया.