अमरावती

सतत बारिश के चलते जिले की २९,००५ हेक्टेयर फसल बर्बाद

धामणगांव रेलवे के किसानों का सर्वाधिक नुकसान

अमरावती/प्रतिनिधि दि.२४  – जिले में सतत बारिश के चलते किसानों की २९,००५ हेक्टेयर फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है. इस साल अच्छी बारिश के संकेत दिखायी देने से किसानो को अच्छी फसल की उम्मीद थी. हर किसान ने सोच रखा था कि इस बार अच्छी फसल होगी. किंतु जिले के इन तमाम किसानों की आशाओं पर अतिवृष्टि ने पानी फेर दिया है.
१ जून से १८ सिंतबर तक जिले में २९,००५ हेक्टेयर क्षेत्र की खरीफ की फसल चौपट हो गई है. जिसमें धामणगांव रेलवे तहसील के किसानों को सर्वाधिक नुकसान उठाना पडा. धामणगांव तहसील में २५,८२५ हेक्टेयर क्षेत्र में फसल खराब हो गयी है. तथा इस कालावधि में जिले में अब तक १५ लोगों की मौत हो चुकी है.

जिले के ४१२ गांव प्रभावित

जिलाधिकारी कार्यालय के प्राकृतिक आपदा विभाग के अनुसार बारिश के कहर के चलते जिले के ४१२ प्रभावित हुए है. जिससे २७,४०९ परिवार बाधित हुए. इनमें सर्वाधिक २२ हजार धामणगांव रेलवे तहसील के है. उसी प्रकार दर्यापुर तहसील में १६९४, मोर्शी तहसील में १४३२,भातकुली तहसील में ७५२, नांदगांव खंडेश्वर तहसील में ६४५, चिखलदरा तहसील में १८८, धारणी तहसील में १२८, अमरावती में १३२, वरुड में १७७, चांदूरबाजार में ४७, अंजनगंाव सुर्जी में ४६, चांदूर रेलवे तहसील में २ परिवार प्रभावित हुए है. तथा बारिश के चपेट में २० मवेशी भी मारे गए.

सोयाबीन व कपास की फसल चौपट

सतत बारिश के चलते जिले की अधिकांश तहसीलों में सोयाबीन व कपास की फसल चौपट हो चुकी है.साथ ही मूंग व उडद की फसल किसानो के हाथ से निकल चुकी है. सोयाबीन की फल्लियों में कोंम फुट गई है तथा कपास पर बोंड इल्ली का प्रादुर्भाव बढ गया है. जिले की ११ तहसीलों में औसतन १३५ फीसदी बारिश हुई तथा संपूर्ण जिले में ७१९.३ मिमी बारिश हुई. जिले भर में २९,००५ हेक्टेयर फसल चौपट हुई.

३२ लाख रुपए की सानुग्रह राशि वितरित

जिले में सतत बारिश के कहर से किसानों की फसले बर्बाद हुई. वहीं प्राकृतिक आपदा में मारे गए १८ लोगों के परिवार को ३२ लाख रुपए की सानुग्रह राशि वितरित की गई. जिसमें प्रति व्यक्ति ४ लाख रुपए का धनादेश मृतक के परिजनों को प्रदान किया गया जिसमें विलास मावसकर (मानसूधावडी), सावित्री अग्रवाल (पुर्णानगर), नितिन शेंडे(शेलू नटवा), मीरा गायधने (जरुड), शोभा खाडे (जरुड),पद्माकर वानखडे (आमला), अंकुश सगणे(आमला), सतीश भुजाडे (आमला) का समावेश है. शेष मृतकों के परिवारों को सानुग्रह राशि उपलब्ध न होने की जानकारी प्राकृतिक आपदा विभाग द्वारा दी गई.

आयटीएमसी देगा केंद्र सरकार को रिपोर्ट

जिले में सतत बारिश के चलते सोयाबीन, कपास, मूंग, उडद आदि फसलों को नुकसान हुआ है. जिसमें नागपुर की आयपीएमसी (एकात्मिक कीट रोग व्यवस्थापन केंद्र) द्वारा केंद्र सरकार को फसलों के संदर्भ में रिपोर्ट दी जाएगी. कृषि वैज्ञानिक प्रल्हाद कोल्हे ने दो दिनों में तिवसा, मोर्शी, चांदूरबाजार, अचलपुर, भातकुली का दौरा कर फसलों की समीक्षा की थी. जिसमें केंद्र सरकार को इसकी रिपोर्ट दी जाएगी.

जिलाधिकारी ने मांगी बाधित क्षेत्रों की रिपोर्ट

जिले में दो महीनों से सतत बारिश के चलते सोयाबीन, कपास, मूंग, उडद की फसल को नुकसान हुआ. जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी द्वारा मंगवाई गई है. इस संदर्भ में ग्राम सेवक, कृषि सहायक व पटवारी द्वारा फसलों का सर्वेक्षण व पंचनामा शुरु कर दिया गया है.

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