* पशुपालकों को मिली राहत
अमरावती/दि.14- पहले से ही मूसलाधार बारिश और अतिवृष्टि के कारण हलाकान हुए किसानों को पशुधन पर भी लम्पी रोग ने संकट में डाल दिया हैं. जिले में इस प्रकोप से अब तक 930 गांव चपेट में आए हैं. जिसमें 35 हजार 242 पशुधन बाधित हुए हैं. इन बाधित पशुधन में से 29 हजार 900 गोवंश लम्पी रोग से ठीक हो गए हैं. इस कारण पशुपालकों को राहत मिली हैं. वर्तमान स्थिति में 2848 पशुधन पर लम्पी का प्रादुर्भाव हैं. अब तक 2400 गोवंश की मृत्यु हुई हैं. इस कारण संकट में आए 2400 पशुपालकों में से 2 हजार पशुपालकों को शासन व्दारा नुकसान भरपाई दिए जाने की जानकारी पशु संवर्धन विभाग की तरफ से दी गई हैं.
गत अगस्त माह में लम्पी का प्रकोप जिले में शुरु हुआ था, तब से अब तक 14 तहसील के 930 गांव के पशुधन पर लम्पी का प्रकोप हुआ हैं. यह आंकडा अब तक 35 हजार 242 तक पहुंच गया हैं. इसमें से 29 हजार 900 पशुधन इस बीमारी से ठीक हुए है तथा 2393 गोवंश पर पशु संवर्धन विभाग की तरफ से उपचार जारी हैं. विशेष यानि इसमें कुछ मवेशी गंभीर बीमार हैं. उन पर उपचार करने के लिए पशु सवंर्धन विभाग की यंत्रणा ध्यान लगाए हुए हैं. पशुधन की मृत्यु का आंकडा 2400 तक पहुंच गया हैं. इस कारण लम्पी बीमारी से पशुधन का बचाव करने के लिए पशुधन पालकों व्दारा सावधानी बरतने की आवश्कता हैं.
* जिले में 4.33 लाख पशुधन को टीका
लम्पी के बढते प्रकोप को रोकने के लिए पशु सवंर्धन विभाग व्दारा तत्काल लम्पी प्रतिबंधात्मक टीकाकरण अभियान संपूर्ण जिले में शुरु किया गया था. अब तक 99 प्रतिशत टीकाकरण पूर्ण हुआ हैं. शहर व ग्रामीण इलाकों सहित जिले में अब तक 4 लाख 60 हजार गोवंश में से करीबन 4 लाख 33 हजार पशुधन का टीकाकरण पूर्ण हुआ हैं.
* पशुधन का टीकाकरण पूर्ण
जिले में बाधित गोवंश के ठीक होने का प्रमाण बढा हैं. अब तक जिले में 99 प्रतिशत टीकाकरण पूर्ण हुआ हैं. किसी भी पशुधन में लम्पी रोग के लक्षण दिखाई देने पर पशुपालक पशु संवर्धन दवाखाने से तत्काल संपर्क करें.
– डॉ. संजय कावरे,
उपायुक्त, पशु संवर्धन विभाग