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हनुमान गढी पर उमडने लगा शिवभक्तों का रेला

कथा शुरु होने से 36 घंटे पहले ही भाविकों का आगमन हुआ शुरु

* संभाग सहित कई जिलों व राज्यों से कथास्थल पर पहुंच रहे श्रद्धालू
* रात से ही कथा पंडाल में पहुंचकर पकड ली जगह और जमा लिया डेरा
* कथा पंडाल में सुबह से ही शुरु हो गया भजन-किर्तन का दौर
* श्रद्धालुओं के भोजन व विश्राम हेतु आयोजन स्थल पर व्यापक इंतजाम
* कई स्वयंसेवक व सेवाधारी लगे है श्रद्धालुओं की सेवा मेें
* पुलिस व होमगार्ड ने भी आज से ही संभाल लिया मोर्चा
* डीसीपी सागर पाटिल संभाल रहे सुरक्षा व्यवस्था की कमान
अमरावती/दि.15 – समिपस्थ भानखेडा रोड स्थित हनुमान गढी में पं. प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा का आयोजन कल 16 दिसंबर को दोपहर 1 बजे से शुरु होगा. जिसके लिए हनुमान गढी स्थित आयोजन स्थल पर भाविक श्रद्धालु का 14 दिसंबर की रात से ही आना शुरु हो गया है. इसके तहत संभाग के पांचों जिलों सहित राज्य के अलग-अलग जिलों व दूसरे राज्यों में रहने वाले भाविक श्रद्धालु 14 दिसंबर की रात से ही आयोजन स्थल पर अपने साजो-सामान के साथ पहुंचने शुरु हो गए है और 15 दिसंबर की दोपहर तक आयोजन स्थल पर ऐसे करीब 50 हजार श्रद्धालुओं का आगमन हो चुका था. जिन्होंने कथा पंडाल में पहुंचकर अपने लिए अभी से ही जगह पकड ली है और पंडाल के भीतर ही अपना डेरा भी जमा लिया है. जिसके चलते कथा पंडाल के भीतर जगह-जगह पर डेरा जमाए बैठे भाविक श्रद्धालुओं के हुजुम व झुंड आज सुबह से दिखाई दे रहे थे.
प्रस्तूत प्रतिनिधि द्वारा आज सुबह हनुमान गढी स्थित शिवमहापुराण कथा के आयोजन स्थल का प्रत्यक्ष दौरा करने और यहां पर डेरा जमाए बैठे श्रद्धालुओं से बात करने पर पता चला कि, इनमें से कई लोग अकोला, वाशिम, बुलढाणा, यवतमाल, अकोट, धारणी, वाढोणा, नागपुर, रामटेक, भंडारा, गोंदिया, खेड, आसेगांव, पथ्रोट, खंडवा, इंदौर, सेंदवाल, आदिलाबाद, दिल्ली, इटारसी, भोपाल, हरगौण, सोलापुर, हिंगोली व दोनद जैसे शहरों से आए हुए है. इन सभी स्थानों से भाविक श्रद्धालू जत्थे बनाकर यहां पहुंचे है और हर किसी ने अपने-अपने जत्थे के साथ कथा पंडाल में अपने लिए सुविधाजनक रहने वाली जगह पकड ली है. जहां पर इन जत्थों का आगामी 5 दिनों तक डेरा जमा रहेगा और इन भाविक श्रद्धालू द्वारा पूरे पांच दिन कथा पंडाल में रहकर कथा का श्रवण किया जाएगा.
कथा पंडाल में शुुरु हुआ भजन-किर्तन का दौर शिवभक्ति की आस लिए शिवमहापुराण कथा सुनने हेतु अमरावती के हनुमान गढी परिसर पहुंचे भाविक श्रद्धालुओं द्वारा कथा पंडाल में बीती रात ही अपना डेरा जमा लेने के बाद आज सुबह से भजन-किर्तन का दौर शुरु कर दिया गया है. साथ ही आज सुबह यहां पर कई भाविक श्रद्धालु प्राणायाम व योगाभ्यास भी करते दिखाई दिए. इसके अलावा इन भाविक श्रद्धालुओं को चाय-नाश्ते व भोजन की सेवा देने हेतु स्वयंसेवकों व सेवाधारियों की फौज भी तत्पर दिखाई दी. इनमें से कई भाविक श्रद्धालू ऐसे भी है, जो अगले पांच दिनों का राशन पानी अपने साथ लेकर यहां पर पहुंचे है और उन्होंने आज सुबह इस परिसर में अपने चूल्हे लगाने की तैयारी भी कर ली थी. हालांकि इसकी नौबत ही नहीं आयी. क्योंकि आयोजन स्थल पर भाविक श्रद्धालुओं की भोजन व्यवस्था हेतु 135 चूल्हे वाला रसोई घर का इंतजाम पहले से तैयार रखा गया है. जिसके चलते इस परिसर में किसी भी श्रद्धालुओं को अपना खुद का चूल्हा जलाने की अनुमति नहीं दी गई.

* सुरक्षा व्यवस्था के है कडे इंतजाम
कल से शुरु होने जा रहे शिवमहापुराण कथा के आयोजन और इसमें उमडने वाले लाखो श्रद्धालुओं की भीड के साथ ही आज दोपहर बाद जिला स्टेडियम से हनुमान गढी हेतु निकली भव्य मंगल कलश यात्रा के मद्देनजर शहर पुलिस द्वारा आयोजन स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के चाकचौबंद इंतजाम किए गए है और शहर पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों ने होमगार्ड के साथ मिलकर आज से ही अपनी-अपनी नियुक्ति वाले स्थानों पर अपना मोर्चा संभाल लिया है. शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी के मार्गदर्शन में पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल द्वारा हनुमान गढी परिसर में बंदोबस्त की कमान संभाली जा रही है.

* अमरावती के भी कई भाविकों ने कथा पंडाल में लगाया डेरा
विशेष उल्लेखनीय है कि, पांच दिवसीय कथा का श्रवण करने हेतु जहां एक ओर दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले कई भाविक श्रद्धालू बीती रात से ही कथा के आयोजन स्थल पर पहुंच रहे है. वहीं अमरावती शहर मेें रहने वाले कई भाविक श्रद्धालुओं ने भी कथा पंडाल में अभी से ही अपना पांच दिवसीय डेरा लगाना शुरु कर दिया है, ताकि बाद में होने वाली भीडभाड के चलते जगह मिलने को लेकर किसी तरह की समस्या का सामना न करना पडे. इसके तहत अमरावती के भी कई भाविक श्रद्धालू अपना बोरिया बिस्तर लेकर बीती रात से ही कथा पंडाल पहुंचकर डट गए है.

* जलगांव व मध्यप्रदेश के श्रद्धालुओं की संख्या अधिक
उल्लेखनीय है कि, अमरातवी की कथा के पहले पं. प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण कथा का आयोजन जलगांव में हुआ था और जलगांव की कथा निपटाने के तुरंत बाद पं. प्रदीप मिश्रा का अमरावती आगमन हो रहा है. ऐसे में जलगांव में कथा का रसवान करने के बाद कई भाविक श्रद्धालु भी वहां से सीधे अमरावती के लिए रवाना हो हुए और उन्होंने बीती रात से कथा पंडाल में पहुंचकर अपना डेरा जमाना शुरु कर दिया. इसके अलावा पं. प्रदीप मिश्रा के गृहराज्य मध्यप्रदेश से भी अमरावती आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अच्छी खासी है. जिसमें से पं. प्रदीप मिश्रा एवं शिवमहापुराण कथा के प्रति आस्था रखने वाले कई श्रद्धालू कथा श्रवण करने के साथ ही आयोजन में अपनी सेवा देने के उद्देश्य से अमरावती पहुंचे है.

चंदेल परिवार को चमत्कार खींच लाया खरगौन से अमरावती
* कथा आयोजन स्थल पर पहुंचे श्रध्दालुओं में म.प्र. के खरगौन से आयी शीतल चंदेल नामक महिला का भी समावेश हैं. जिन्होंने बताया कि उनकी जेठानी की बेटी को डॉक्टरों ने ब्लड कैंसर बताया था. जो पंडित प्रदीप मिश्रा द्बारा दिए गये रूद्राक्ष के जल का नियमित सेवन करने के चलते आगे चलकर खत्म हो गया और उनकी भतीजी पूरी तरह से ठीक हो गई. जिसके बाद से उन्होंने संकल्प लिया कि पं. प्रदीप मिश्रा की कथा जहां कहीं भी होगी. वे उस कथा में हिस्सा लेकर अपनी सेवा प्रदान करेंगी. अपने इसी संकल्प के तहत वे विगत दिनों जलगांव में हुई कथा में भी शामिल हुई थी और जलगांव की कथा समाप्ति पश्चात अमरावती में आयोजित होनेवाली कथा में सेवा देने हेतु पहुंची हैं.

बैग व सुटकेस लदे चार पहिया वाहनों की लगी कतारें
कल से शुरू होने जा रही शिव महापुराण कथा में हिस्सा लेने के लिए बाहर गांव रहनेवाले श्रध्दालुओं के जत्थे अलग- अलग वाहनों के अपने बैग और सुटकेस लादकर आयोजन स्थल पहुंच रहे है. ऐसे में छत्री तालाब से हनुमान गढी की ओर जानेवाले रास्ते पर आज सुबह से ही ऐसे वाहनों की लंबी-लंबी कतारे दिखाई देने लगी थी. साथ ही कथा स्थल के पास बनाया गया 200 एकड के पार्किंग स्थल पर ऐसे वाहन पार्क होने लगे. जिनसे उतरकर अपने झोले-झंडे के साथ श्रध्दालुओं के जत्थे कथा पंडाल में पहुंचे और वहां पर सभी ने अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार अगले पांच दिनों के लिए अपनी जगह पकड ली.

वीडियो कॉल पर सेल्फी का भी शुरू हुआ दौर
बाहरगांव से कथा स्थल पर पहुंचे सभी श्रध्दालु यहां के शानदार आयोजन को देखकर काफी खुश दिखाई दिए तथा उन्होंने कथा पंडाल में अलग- अलग स्थानों पर खडे रहकर अपनी सेल्फी निकाली. जिसमें सबसे अधिक आकर्षण व्यासपीठ सहित हनुमान गढी में निर्माणाधीन 111 फीट उंची हनुमान प्रतिमा के निर्माण स्थल को लेकर रहा. इसके साथ ही कई भाविक श्रध्दालुओं ने वॉट्सअप व मैसेंजर पर अपने रिश्तेदारों व परिजनों को वीडियोकॉल करते हुए उन्हें हनुमान गढी का विलोभनीय नजारा दिखाया और अपने सकुशल पहुंच जाने की खबर दी.

 

 

 

 

 

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