3 माह में स्वच्छता विभाग के साढे चार करोड रुपए खर्च
स्वच्छता गृह व गंदे जल की निकासी के काम हुए
अमरावती/दि.17– जिला परिषद के कई महकमों में दो वर्ष का समय जुटने के बावजूद निधि अखर्चित रही. वहीं स्वच्छ भारत मिशन विभाग ने महज तीन माह के भीतर 4 करोड 47 लाख रुपए विभिन्न विकास कामों पर खर्च किए. जिसके चलते संभाग के पांचों जिलों में स्वच्छ भारत मिशनविभाग खर्च एवं कामों के संदर्भ में सबसे अव्वल रहा. साथ ही इस निधि के जरिए स्वच्छता गृह व गंदे जल की निकासी तथा घनकचरा व्यवस्थापन जैसी योजनाओं पर पैसा खर्च किया गया.
जिला परिषद के जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग के मार्फत स्वच्छ भारत मिशन योजना का काम चलाया जाता है. इस विभाग को जारी आर्थिक वर्ष 2023-24 के लिए 5 करोड 55 लाख रुपयों की निधि प्राप्त हुई थी. मार्च 2023 में इस विभाग को सरकार की ओर से यह निधि सुपुर्द की गई थी. जिसके तहत सार्वजनिक स्वच्छता गृह के लिए 1 करोड 3 लाख 40 हजार रुपए, जल निकासी व घनकचरा व्यवस्थापन के लिए 3 करोड 96 लाख रुपए, व्यक्तिगत शौचालय के लिए 55 लाख 40 हजार रुपए की निधि प्राप्त हुई थी. जिसमें से सार्वजनिक शौचालय के लिए 73 लाख 50 हजार रुपए, जलनिकासी व घनकचरा व्यवस्थापन के लिए 3 करोड 3 लाख रुपए तथा व्यक्तिगत शौचालय के लिए 44 लाख 28 हजार रुपए की निधि 3 माह में ही खर्च की गई. यह कुल निधि की तुलना में 80.60 फीसद है. इस खर्च के लिए स्वच्छ भारत मिशन विभाग को मार्च 2024 तक समय दिया गया था. परंतु विभाग में केवल 3 माह में ही यह खर्च करते हुए संभाग में सबसे अव्वल स्थान प्राप्त किया है.
वहीं अमरावती जिले में सर्वाधिक गतिमान खर्च करने वाले तहसीलों में अमरावती, चिखलदरा, दर्यापुर व वरुड इन चार तहसीलों का समावेश है. इन चारों तहसीलों में 100 फीसद निधि खर्च हुई है. वहीं अचलपुर व अंजनगांव तहसीलों में 99 फीसद से अधिक निधि खर्च की गई है. जिसके अलावा निधि खर्च करने के मामले में मोर्शी व भातकुली तहसीलें सबसे पीछे है.
* ग्रामीण क्षेत्र में कई काम प्रगती पथ पर
जिला परिषद के स्वच्छता विभाग द्बारा स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के तहत काम किया जा रहा है और इन कामों पर विगत 3 माह के दौरान 4 करोड रुपए से अधिक की निधि खर्च की गई है. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कई काम प्रगती पथ पर रहने की जानकारी जलापूर्ति व स्वच्छता विभाग के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीराम कुलकर्णी द्बारा दी गई है.