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जिला बैंक में 3-3 अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का फार्म्यूला!

चुनाव के तुरंत बाद सत्ताधारी पैनल ने तय किया था समीकरण

* अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद हेतु डेढ-डेढ वर्ष का कार्यकाल हुआ था तय
* समीकरण के तहत अध्यक्ष भारसाकले व उपाध्यक्ष साबले ने दिया इस्तीफा
* 22 जून को बुलाई गई संचालक मंडल की आपात बैठक
* आपात बैठक के बाद नये अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया होगी शुरु
अमरावती/दि.20 – जिले के सहकार क्षेत्र में अपना अच्छा खासा महत्व रखने वाले दी अमरावती जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक यानि एडीसीसी के अध्यक्ष सुधाकर भारसाकले व उपाध्यक्ष सुरेश साबले ने गत रोज अचानक ही अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया. जिसके चलते अब आगामी गुरुवार 22 जून को दोपहर 2 बजे बैंक के संचालक मंडल की आपात बैठक बुलाई गई है. जिसमें इन दोनों पदाधिकारियों द्बारा दिए गए त्याग पत्रों को विचार विमर्श हेतु रखा जाएगा. पूरी संभावना है कि, दोनों त्यागपत्रों को मंजूरी देते हुए नये अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरु करने का प्रस्ताव सहकार उपनिबंधक के पास भेजा जाएगा. जिसके उपरान्त निर्वाचन प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए बैंक में नये अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चयन किया जाएगा.
बता दें कि, वर्ष 2021 में जिला मध्यवर्ती बैंक के काफी गहमा-गहमीपूर्ण माहौल में चुनाव हुए थे. जिसके उपरान्त 20 अक्तूबर 2021 को बैंक के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव किया गया था. चूंकि उस चुनाव में यशोमति ठाकुर, बबलू देशमुख व वीरेंद्र जगताप के नेतृत्व वाले पैनल ने 21 सदस्यीय संचालक मंडल में 15 सीटे जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया था. ऐसे में बहुमत के आधार पर अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद ठाकुर, देशमुख व जगताप गुट के पास रहने पहले से तय था और इस गुट की ओर से अध्यक्ष पद पर सुधाकर भारसाकले एवं उपाध्यक्ष पद पर सुरेश साबले को सर्वसम्मति से चुना गया. पता चला है कि, उसी समय अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए डेढ-डेढ वर्ष के कार्यकाल का फार्मूला तय कर लिया गया था. ऐसे में तय फार्मूले को ध्यान में रखते हुए जिला बैंक के अध्यक्ष सुधाकर भारसाकले व उपाध्यक्ष सुरेश साबले ने अपना डेढ वर्ष का कार्यकाल पूरा होते ही अपने-अपने पदों से अपना इस्तीफा दे दिया है. जिसके चलते आगामी 22 जून को बैंक के संचालक मंडल की आपात बैठक बुलाई गई है और इस बैठक में दोनों के इस्तीफें मंजूर किए जाने की संभावना है. साथ ही इसके पश्चात बैंक के नये अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चयन किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि, पिछली बार भी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद हेतु 2 संचालकों के नाम तय करने में पूर्व पालकमंत्री व विधायक यशोमति ठाकुर तथा जिला बैंक के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बबलू देशमुख ने प्रमुख भूमिका निभाई थी. वहीं इस बार भी जिला बैंक के नये अध्यक्ष व उपाध्यक्ष सत्ताधारी गुट के 15 संचालकों में से कौन होंगे, यह इन्हीं दो नेताओं द्बारा तय किया जाएगा. ऐसे में अब इस बात को लेकर चर्चा चल रही है कि, जिला बैंक के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए ठाकुर, देशमुख व जगताप गुट की ओर से किन दो नामों को आगे बढाया जाता है.

* जगताप व मोहोड के नामोंं की चर्चा
जानकारी के मुताबिक धामणगांव रेल्वे निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रा. वीरेंद्र जगताप तथा अमरावती जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष हरिभाउ मोहोड के नाम इस समय जिला बैंक के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद हेतु चर्चा में चल रहे है. विशेष तौर पर प्रा. वीरेंद्र जगताप को अध्यक्ष बनाने हेतु बैंक के पूर्व अध्यक्ष बबलू देशमुख काफी हद तक आग्रही बताए जा रहे है. खास बात यह है कि, इससे पहले प्रा. वीरेंद्र जगताप की पत्नी उत्तरा जगताप भी जिला बैंक की अध्यक्ष रह चुकी है. वहीं हरिभाउ मोहोड को उपाध्यक्ष बनाया जाना लगभग तय माना जा रहा है.

* किसी का कोई दबाव नहीं सब कुछ पहले से तय था
इस संदर्भ में जानकारी एवं प्रतिक्रिया हेतु संपर्क किए जाने पर जिला बैंक के अध्यक्ष सुधाकर भारसाकले ने दै. अमरावती मंडल से कहा कि, जिस समय उन्होंने अध्यक्ष पद के सूत्र संभालें थे. तभी यह तय हो गया था कि, अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का कार्यकाल डेढ-डेढ वर्ष का रहेगा. यद्यपि बैंक के संचालक मंडल का कार्यकाल 5 वर्ष का है. लेकिन हमने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए जानबुझकर डेढ-डेढ वर्ष का कार्यकाल तय किया था. ताकि पैनल से निर्वाचित 15 संचालकों में से 3-3 ऐसे कुल 6 संचालकों को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के तौर पर काम करने का मौका मिले. यही वजह है कि, जैसे ही डेढ वर्ष का कार्यकाल पूरा हुआ, तो मैंने खुद होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके लिए न तो मुझे किसी ने कुछ कहा और न कि, मुझ पर किसी तरह का कोई दबाव था. मैं खुद को मिले मौके और अपने कार्यकाल को लेकर बेहद समाधानी भी हूं.

* 22 जून की बैठक में तय होगा आगे का भविष्य
वहीं इस संदर्भ में जिला बैंक के पूर्व अध्यक्ष तथा मौजूदा सत्ताधारी दल के नेता बबलू देशमुख ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, दोनों पदाधिकारियों द्बारा अकस्मात दिए गए इस्तीफें के बाद मौजूदा स्थिति पर विचार करने हेतु आगामी 22 जून का बैंक के संचालक मंडल की आपात बैठक बुलाई गई है. जिसमें दोनों पदाधिकारियों के इस्तीफों को मंजूरी देने के संदर्भ में आवश्यक विचार विमर्श किया जाएगा. इसके बाद ही आगे का भविष्य तय होगा. जिसके संदर्भ में संचालक मंडल की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा.

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