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यूनियन बैंक की राजापेठ शाखा में 3 करोड के सोने का घपला

5 किलो 800 ग्राम सोने के साथ की गई हेराफेरी

* 59 लॉकर में रखा सोना रखे-रखे हो गया नकली
* खुद बैंक प्रबंधन ने राजापेठ पुलिस को दी अपनी रिपोर्ट
* बैंक के लॉकर धारकोें में मचा हडकंप
अमरावती/दि.17- विगत दिनों अकोली परिसर के आंचल विहार में रहनेवाले उज्वल मलसने नामक व्यक्ति द्वारा राजापेठ पुलिस को शिकायत दी गई थी कि, उसके द्वारा राजापेठ परिसर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में गिरवी रखे गये 100 ग्राम सोने के आभूषणों में हेराफेरी करते हुए उसे नकली सोने के आभूषण देने का प्रयास किया गया है. यह शिकायत मिलने की खबर सामने आते ही शहर में हडकंप मच गया था और पुलिस को ऐसी ही और दो शिकायतें प्राप्त हुई थी. जिसके बाद राजापेठ पुलिस ने बैंक प्रबंधन को नोटीस जारी करते हुए मामले में खुलासा मांगा था. जिसके चलते बैंक प्रबंधन द्वारा राजापेठ पुलिस को दी गई जानकारी में यह स्वीकार किया गया है कि, बैंक के अलग-अलग लॉकरों में रखे गये 5 किलो 800 ग्राम सोने के आभूषणों में हेराफेरी व गडबडी हुई है तथा इन लॉकरों में अब करीब 3 करोड रूपये मूल्य के असली सोने के आभूषणों की बजाय नकली सोने के आभूषण बरामद हुए है. खुद बैंक प्रबंधन द्वारा इस गडबडी की बात को स्वीकार कर लिये जाने के चलते बैंक के लॉकर धारकों व गोल्ड लोन धारकों में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त है.
उल्लेखनीय है कि, विगत 10-11 अगस्त को यूनियन बैंक में सोने के आभूषणों के साथ हुई गडबडी का मामला सामने आने के बाद बैंक ने तुरंत अपने स्तर पर सभी लॉकरों का ऑडिट करना शुरू कर दिया. इसी बीच 12 अगस्त को राजापेठ पुलिस ने अपने पास प्राप्त शिकायत के आधार पर यूनियन बैंक की राजापेठ शाखा प्रबंधन के खिलाफ धोखाधडी व जालसाजी का अपराधिक मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी. साथ ही बैंक प्रबंधन के नाम नोटीस जारी की. इस समय तक बैंक प्रबंधन द्वारा अपने यहां पर ऐसी कोई भी गडबडी होने की बात से पूरी तरह इन्कार किया जा रहा था, लेकिन अब बैंक प्रबंधन ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में खुद स्वीकार किया है कि, बैंक के राजापेठ स्थित शाखा कार्यालय के लॉकरों में रखा 5 किलो 800 ग्राम असली सोना गायब हो चुका है और वहां पर असली की बजाय नकली सोने के आभूषण रखे है. इसके लिए बैंक प्रबंधन ने फिलहाल किसी कि जवाबदेही को तय नहीं किया है. ऐसे में इसका एक मतलब यह भी निकाला जा सकता है कि, लॉकरों में पडे-पडे असली सोने के आभूषण खराब होकर नकली सोने में बदल गये.
बता दें कि, यूनियन बैेंक की राजापेठ स्थित शाखा के लॉकर रूम में कुल 92 लॉकर है. जिसमें से तीन लॉकर फिलहाल खाली है. वही शेष 89 लॉकरों में से 59 लॉकरों में रखे 5 किलो 800 ग्राम सोने के साथ गडबडी हुई है और इन लॉकरों में असली सोने के आभूषणों के स्थान पर नकली सोने के आभूषण निकले है. वही शेष 30 लॉकरों में से 26 लॉकरों में रखा सोना बराबर है और 4 लॉकरों में रखे आभूषणों व दस्तावेजोें की जांच-पडताल की जा रही है.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की राजापेठ शाखा द्वारा खुद अपने लॉकरों में करीब 3 करोड रूपये के सोने की अफरा-तफरी होने की बात स्वीकार कर लिये जाने के चलते जहां एक ओर बैंक की लॉकरसेवा लेनेवाले तथा बैंक में अपना सोना गिरवी रखकर कर्ज प्राप्त करनेवाले लोगों में हडकंप व्याप्त है. वहीं इस बात को लेकर भी हैरत जताई जा रही है कि, बेहद सुरक्षित माने जाते बैंक के स्ट्राँग रूम में स्थित लॉकरों में रखा असली सोना कब और कैसे गायब हो गया तथा वहां पर सोने के नकली आभूषण किसने लाकर रखे. जाहीर तौर पर एक साथ 59 लॉकरों में यह गडबडी उजागर होने के चलते यह मान लेने में कोई संदेह नहीं कि, इस पूरी गडबडी में बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों की आपसी मिलीभगत शामिल है. क्योंकि उनके बिना किसी और व्यक्ति को स्ट्राँग रूम के भीतर प्रवेश ही नहीं दिया जाता तथा दो चाबियों से खोलनेवाले लॉकरों की एक चाबी बैंक अधिकारियोें के पास ही होती है. ऐसे में बहुत संभव है कि, लॉकर के दूसरे ताले की नकली चाबी बनाकर इस गडबडी व हेराफेरी को अंजाम दिया गया हो. जिसके चलते अब इस घोटाले के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम उजागर किये जाने की अपेक्षा व्यक्त की जा रही है.

* बैंक ने की क्षतिपूर्ति मुआवजा देने की घोषणा
इसी बीच यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की राजापेठ शाखा में बैंक प्रबंधन द्वारा एक विशेष सूचना फलक लगा दिया गया है. साथ ही अखबारों के लिए विज्ञापन जारी किये गये है. जिसमें कहा गया है कि, बैंक को लेकर किसी भी तरह की भ्रामक खबरें या अफवाहें न फैलाई जाये. साथ ही ऐसी खबरों पर कोई भी व्यक्ति यकिन न करे. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि, बैंक में जो आर्थिक गडबडी हुई है. उसका राजापेठ पुलिस थाने द्वारा पहले ही संज्ञान लिया जा चुका है तथा बैंक ने भी इसका अपने स्तर पर ऑडिट किया है. इस गडबडी की वजह से जिन-जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उन्हेें बैंक प्रबंधन द्वारा आर्थिक क्षतिपूर्ति का मुआवजा दिया जायेगा. अत: लॉकर धारकों व गोल्डलोन खाताधारकों ने पूरी तरह से निश्चिंत रहना चाहिए.

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