* आयोजन स्थल पर तमाम इंतेजाम हुए पूरे
अमरावती/दि.17 – स्थानीय वलगांव रोड स्थित नवसारी क्षेत्र में कल 18 से आगामी 20 फरवरी तक तीन दिवसीय दीनी तबलिगी इज्तेमा का आयोजन किया जा रहा है. जिसकी तमाम तैयारियों अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है और 22 एकड से भी अधिक क्षेत्रफल में साकार की गई इज्तेमागाह में आज से इज्तेमाईयों के आमद का सिलसिला शुरु हो गया है. वहीं कल सुबह 6 बजे फजर की नमाज के साथ ही दिल्ली व पुणे से आए अकाबरीन के बयान शुरु हो जाएंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि, इस तीन दिवसीय इज्तेमा में अमरावती संभाग के पांचो जिलों से करीब 40 हजार इज्तेमाई शामिल होंगे. जिनके भोजन व निवास की व्यवस्था के लिए आयोजन स्थल पर ही तमाम प्रबंध किए गए है. साथ ही दिल्ली व पुणे सहित देश के अलग-अलग शहरों से आने वाले अकाबरीन के लिए भी विशेष इंतेजाम किए गए. इसके अलावा यहां पर जलापूर्ति, विद्युत आपूर्ति, प्रकाश व्यवस्था व पार्किंग व्यवस्था के साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने हेतु आपातकालीन सेवाओं की व्यवस्था भी की गई है.
बता दें कि, इस इस्तेमा में महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यो से भी 40 से अधिक अकाबीरीन, उलमा-ए-कराम, हाफिज, कारी भी इस इज्तेमा में शिरकत करेंगे. इसके साथ ही इस इज्तेमा में संभाग के पांचों जिलों से करीब 40 हजार इज्तेमाई शामिल होंगे. वहीं तीन दिवसीय इज्तेमा के अंतिम दिन होने वाली सामूहिक दुआ के वक्त इस इज्तेमा में अमरावती जिले के साथ-साथ संभाग के अन्य जिलों से 1 लाख से अधिक इज्तेमाईयों के शिरकत का अनुमान लगाया जा रहा हैं. जिसके मद्देनजर इज्तेमा में आनेवाले इज्तेमाईयों के लिये यहां नाममात्र शुल्क पर शुध्द शाकाहारी भोजन की व्यवस्था की गई है. जिसके तहत खाने हेतु 8 झोन बनाए गए है. साथ ही 12 सबीले साकार की गई है. साथ ही साथ इज्तेमागाह में पार्कींग हेतु अलग-अलग झोन तैयार किए गए हैे. इसके अलावा चिकीत्सा सुविधा के लिये 2 से 3 विभाग बनाये गए है, जिनमें सरकारी और निजी अस्पतालों के 20 से अधिक डॉक्टर पूरा समय सेवाए देंगे. साथ ही आपात स्थिती में लोगो को अस्पताल पहुंचाने के लिये एम्बुलेंस सुविधा भी यहां रखी जायेगी.
इस इस्तेमा में 600 बाय 800 फीट यानि करीब 4 लाख 80 हजार स्क्वेअर फीट का विशालकाय पंडाल बनाया गया है. जिसमें अकाबरीन हेतु 40 बाय 80 स्क्वेअर फीट के स्टेज साकार किया गया है. ऐसे में स्टेज से अकाबरीन द्बारा दिए जाने वाले बयान पंडाल के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक स्पष्ट रुप से सुनाई दे, इस हेतु पंडाल परिसर में 300 से अधिक कॉलम स्पीकर व 120 से अधिक छोटे व बडे लॉउड स्पीकर लगाए गए है. साथ ही 3 रीले सेंटर भी साकार किए गए है. ताकि स्टेज से निकली आवाज ठीक उसी वक्त पंडाल के अंतिम छोर तक पहुंच सके. इस जिम्मेदारी रॉयल राउंड के संचालक मोहम्मद रफीक मोहम्मद रइस व अब्दूल रासिद के नेतृत्व में 35 लोगों की टीम द्बारा किया गया है.
इसके साथ ही इस इज्तेमागाह में विद्युत आपूर्ति व प्रकाश व्यवस्था के लिए हाजी अय्युब व हाजी हसन द्बारा अपनी टीम के साथ काम करते हुए यहां पर 62 किलो वैट के 5 जनरेटर लगाए गए है. साथ ही आयोजन स्थल पर प्रकाश के लिए 600 ट्यूबलाइट व 400 एलईडी लाइट का बंदोबस्त किया गया है. इसके अलावा जरुरत पडने पर जनरेटर की संख्या को बढाए जाने का भी इंतजाम रखा गया है. वहीं आयोजन स्थल पर इज्तेमाईयों हेतु वजु के लिए 2 हजार से अधिक नल, 500 बाथरुम व 50 गुसलखानो का प्रयोग किया गया है. साथ ही साथ 25 हजार रुपए लिटर पानी के संग्रहण की व्यवस्था की गई है. विशेष उल्लेखनीय है कि, विद्युत आपूर्ति, पानी की आपूर्ति और साउंड की वायरिंग का काम पूरी तरह से अंडर ग्राउंड किया गया है. ताकि इसकी वजह से इस्तेमाईयों को किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो, इस हेतु विगत 1 माह से आयोजन स्थल पर तमाम जरुरी तैयारियां की जा रही थी.
इन सबके साथ ही इज्तेमा में उबडने वाली भारी भरकम भीड के मद्देनजर आयोजन स्थल पर दवाखाने का इंतजाम करने के साथ-साथ दवाईयों का स्टॉक भी उपलब्ध कराया गया है. यहां पर बनाए गए अस्थायी दवाखाने में आइडीएल मेडिकल प्रैैक्टीशिनल एसोसिएशन के 100 से अधिक डॉक्टरों द्बारा सेवाएं प्रदान की जाएगी. साथ ही यहां पर 2 सरकारी व 2 निजी एम्बुलेंस वाहन भी उपलब्ध रखे गए है और 5 बेड का अस्थायी अस्पताल साकार करते हुए वहां नेब्यूलाइजर, इसीजी व आईटीडी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. साथ ही जरुरत पडने पर किसी भी मरीज को तुरंत ही डॉ. सोहेल बारी से बेस्ट अस्पताल व डॉ. सुफियान अस्करी के मेटलाइफ अस्पताल में शिफ्ट करने की व्यवस्था तैयार रखी गई है.
इस इज्तेमा के आयोजन को सफल बनाने हेतु अमरावती जिले के जिम्मेदार मौलाना युनुस साहब के नेतृत्व में मौलाना यूनुस साहब, मुफ्ती फिरोज, खान सहाब, मौलाना मुश्ताक साहब, हाजी मुस्तुफा नियाजी, हाजी अनवर खान बिल्डर, हाजी सईद, हाजी सैय्यद हसन अली, हाजी इरफान खान बिल्डर, हाजी मुश्ताक खान, इमरान नियाजी, हाजी अबरार, अहद अली काजी शोएब, हाजी शकील, हाजी निसार खान, साबनपुरा मस्जिद के जिम्मेदार व शहर की अन्य मस्जिदों के उलेमा व हुफ्फाज अपनी विभिन्न जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं.