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पखवाडे भर में 3 हजार टन कचरा हटाया

अमरावती शहर का इस माह का ब्यौरा

* दिवाली की साफ सफाई, खरीदी और पटाखों के कारण कूडा कर्कट में भारी वृध्दि
* 2 हजार कंटेनर वेस्ट
अमरावती/ दि. 16 –कचरा, कूडा कर्कट का सर्वत्र बोलबाला है. प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान पर जोर दिया था. अभी भी यह अभियान चलाया जा रहा है. इससे भी पहले अमरावती के अपने बडे संत गाडगे बाबा ने स्वच्छता का संदेश दिया था. बावजूद इसके अमरावती में कचरे के ढेर लगे हैं. जबकि शहर में पखवाडे भर में लगभग 2000 कंटेनर वेस्ट हटाया गया है. राष्ट्रीय एजेंसी द्बारा तय प्रति व्यक्ति कूडे की मात्रा से कई गुना अधिक कचरा इस दौरान महानगर मेें हुआ. एक कंटेनर में दो टन कूडा कर्कट और हटाया जाता है. इस हिसाब से 4 हजार टन कचरा हटाए जाने के दावे किए जा रहे हैं. बता दे कि इस दौरान दिवाली की साफ सफाई घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों सभी जगह चली. इसमें भी अतिरिक्त कचरा सडकों पर फेंका गया था. जिसे कलेक्ट कर कंटेनरों से कंपोस्ट डिपो पर डाला गया.
* आंकडे चौंकाने वाले
गत 1 नवंबर से दिवाली सीजन शुरू हो गया था. जिससे सर्वत्र साफ सफाई का माहौल था. लोगों ने अपने- अपने घर प्रतिष्ठान की सफाई कर अनावश्यक सामान व कूडा घर के पास के कूडेदान पर डाल दिया. जिसे छोटे मालवाहक रिक्शा से कंटेनर तक पहुंचाया गया. कंटेनरों में भरकर ट्रकों से कंपोस्ट डिपो में ढेर लगाए गए. 2 हजार ट्रक कचरा मात्र 15 दिनों में हटाए जाने का अनुमान हैंर्र्. आंकडे चौंकानेवाले हैं.
* 8 लाख की आबादी
अमरावती महानगर की जनसंख्या मोटे तौर पर 8 लाख मानी जाती है. राष्ट्रीय एजेंसी ने 2016 में जो सर्वेक्षण किया था. उसके मुताबिक बूढा हो या बच्चा मोटे तौर पर रोजाना 400 ग्राम प्रति व्यक्ति कचरा होता है. उस हिसाब से अमरावती में रोज 3 लाख 20 हजार किलो कचरा होना अपेक्षित है. किंंतु दिवाली पर 2 हजार ट्रक में दो- दो टन कचरा हटाया गया. निश्चित ही प्रति व्यक्ति कचरे का आंकडा बढा है.
* घरों का सामान और पटाखे, पैकिंग मटेरियल
कचरा दिनों दिन बढता जा रहा है. जिस पखवाडे की हम बात कर रहे हैं, उस दौरान घरों की सफाई का अतिरिक्त कूडा तो था ही, पटाखे और पैकिंग मटेरियल का भी इसमें बडा योगदान जानकार बता रहे हैं. ऐसे ही दिवाली पर काफी सामग्री का उपयोग करने के बाद फेंक दिया जाता है. जिसमें फूल, पत्ते, प्लास्टिक की पन्नियां कह सकते हैं. ऐसे ही सडकों पर हजारों दुकानें सजी थी. उनका भी अतिरिक्त कूडा कर्कट इस दौरान रहा.
* हॉस्पिटल वेस्ट अलग
अस्पतालों से रोजाना निकलनेवाले वेस्ट की मात्रा भी काफी होती है. शहर में सैकडों बडे अस्पताल है. जहां से रोजाना काफी मात्रा में वेस्ट मनपा का ठेकेदार कलेक्ट करता है. वह कूडा उपर उल्लेखित कंटेनर की गिनती से अलग है. इसमें हॉस्पिटल वेस्ट तो अभी गिना नहीं गया है. वह अलग से हैं. उसकी भी मात्रा खूब हैं. इसलिए जानकार बता रहे हैं कि 40 लाख किलो कचरा हटाया गया.
* नालियों में बहा देते
कंटेनर में कूडे दान पर डाला गया कचरा हटाया गया. इसके अतिरिक्त अनेक शहरवासी घरों का कई कचरा, सामान के पैकिंग रेपर आदि नालियों में बहा देते है. उसकी भी मात्रा इस कचरे से अतिरिक्त कह सकते हैं. हाथ ठेले, होटल, मिठाई की दुकानों और फुटपाथ के ठेलों का भी बडी मात्रा में वेस्ट निकला. जिसे कंटेनर के माध्यम से कंपोस्ट डिपो पर फेंका गया.

 

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